March 29, 2024

मंत्रोच्चारण से गूंजा क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला, मैच से पहले कन्या पूजन, इंद्रुनाग को चढ़ाया भोग-


धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (एचपीसीए) धर्मशाला शनिवार को मंत्रोच्चारण से गूंज उठा। भारत-श्रीलंका के बीच होने वाले टी-20 मुकाबले से पहले एचपीसीए प्रबंधन ने कन्या पूजन के साथ बारिश के देवता भगवान इंद्रुनाग को सूखे चने व गुड़ का भोग चढ़ाया। एचपीसीए प्रबंधन ने यह फैसला बारिश से पहले धुल चुके दो मैचों के बाद लिया था।  शनिवार को एचपीसीए प्रबंधन ने भारत-श्रीलंका टी-20 सीरीज के दूसरे मैच से पहले बारिश के देवता को खुश करने के लिए मैदान में पूजा की। करीब 15 मिनट तक हुई इस पूजा-अर्चना में एचपीसीए के सचिव सुमित शर्मा, सह सचिव अमिताभ शर्मा व निदेशक संजय शर्मा मौजूद रहे। यह पूजा भगवान इंद्रुनाग मंदिर खनियारा के पुजारी विपिन शर्मा ने करवाई। इसके बाद मैदान में आठ कन्याओं का पूजन भी किया। पुजारी विपिन शर्मा ने बताया कि एचपीसीए प्रबंधन पूरे विधि-विधान के साथ इस बार पूजा-अर्चना की है।
इंद्रुनाग की शरण में बीसीसीआई कोषाध्यक्ष
इससे पहले बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने खनियारा स्थित इंद्रुनाग देवता के मंदिर में शीश नवाया। इस दौरान उन्होंने देवता से मैच के दौरान अपनी कृपा बनाए रखने की भी कामना की और पहले हुई गलतियों के बारे में क्षमायाचना भी की।
यह है देवता की मान्यता
कांगड़ा जिला मुख्यालय  के साथ लगते खनियारा क्षेत्र में स्थित इंद्रुनाग देवता के मंदिर की काफी मान्यता है। इंद्रुनाग को बारिश का देवता माना जाता है। क्षेत्र में फसल कटाई, शादी सहित अन्य धार्मिक समारोह से पहले देवता को न्योता दिया जाता है। इस न्योते में देवता से कार्यक्रमों में न आने की अपील की जाती है।
एचपीसीए ने क्यों की पूजा
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन धर्मशाला के पदाधिकारियों ने शनिवार दोपहर को भगवान इंद्रुनाग की पूजा-अर्चना के साथ कन्या पूजन भी किया। प्रबंधन ने 12 मार्च, 2020 को बारिश के कारण भारत-साउथ अफ्रीका के मध्य खेले जाने वाले मैच के रद्द होने के बाद मैदान में कन्या पूजन करवाने के अपने प्रण को पूरा करते हुए की। गौरतलब है कि एचपीसीए की मेजबानी में होने वाले दो मैच लगातार बारिश के कारण रद्द हो चुके हैं।