April 19, 2024

रियल एस्टेट की 8 कंपनियां देने वाली हैं तगड़ा रिटर्न, ब्रोकरेज का ये है टारगेट प्राइस

)पेटीएम, जोमैटो समेत इन कंपनियों के शेयरों पर टॉप म्यूचुअल फंड्स ने लगाया बड़ा दांव
नई दिल्ली । टॉप म्यूचुअल फंड्स ने इस साल मार्च में तेज गिरावट झेलने वाले न्यू एज बिजनेस और हाल में लिस्टेड हुईं कंपनियों के शेयरों का हाथों-हाथ लिया है। एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, निप्पॉन इंडिया और यूटीआई ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों को खरीदा है। 18 नवंबर को लिस्टिंग के बाद से ही पेटीएम के शेयरों पर बिकवाली की दबाव है।
इश्यू प्राइस से 75 फीसदी गिर गए थे पेटीएम के शेयर
पेटीएम के शेयर इस साल 23 मार्च को 520 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए थे। 2150 रुपये के आईपीओ इश्यू प्राइस से कंपनी के शेयरों में 75 फीसदी की गिरावट आ चुकी थी। हालांकि, इसके बाद से कंपनी के शेयरों में करीब 32 फीसदी की रिकवरी आई है और कंपनी के शेयर बुधवार (13 अप्रैल 2022) को 688 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। इसके अलावा, इन फंड्स ने क्कक्च फिनटेक (पॉलिसी बाजार), जोमैटो, स्टार हेल्थ के भी शेयर खरीदे हैं।
इसके अलावा, फंड मैनेजर्स ने रुचि सोया इंडस्ट्रीज,  जायडस वेलनेस, अमारा राजा बैटरीज, सुदर्शन केमिकल इंडस्ट्रीज, कोरोमंडल इंटरनेशनल, त्रिवेणी टर्बाइन के शेयर खरीदे हैं।
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)तत्काल टिकट बुकिंग में अब नो टेंशन! रेलवे की आई नई गुड न्यूज
नई दिल्ली , । आईआरसीटीसी की वेबसाइट से तत्काल टिकट बुकिंग करते हैं तो आपके लिए एक राहत की खबर है। असल में अब टिकट बुकिंग के दौरान डेस्टिनेशन एड्रेस देने की जरूरत नहीं होगी। इसका फायदा उन लोगों को सबसे ज्यादा मिलेगा, जो तत्काल टिकट की बुकिंग करते हैं।
दरअसल, डेस्टिनेशन एड्रेस डालने की वजह से टिकट बुकिंग में ज्यादा वक्त लग जाता था। कई बार सीमित सीट के लिए बुकिंग में देरी की वजह से वेटिंग टिकट मिलता था। आपको बता दें कि कोरोना काल में रेलवे ने बुकिंग के लिए डेस्टिनेशन एड्रेस देना अनिवार्य कर दिया था। इसका मकसद था कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है उसके डेस्टिनेशन एड्रेस की जानकारी ली जा सके।
इसके जरिए रेलवे को ट्रैकिंग में काफी आसानी होती थी। अब जब देश में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं तब रेलवे ने इस फैसले को वापस ले लिया है।
बीते कुछ माह में रेलवे ने लगातार उन पाबंदियों को कम किया है जो कोरोना काल में लगे थे। हाल ही में आईआरसीटीसी ने खाने-पीने की सुविधा को फिर से शुरू करने का आदेश दिया था। कोरोना की वजह से करीब 2 साल तक रेलवे की ओर से बेडरोल, कंबल आदि के इंतजाम पर रोक लगा दी गई थी। अब इसे एक बार फिर लागू कर दिया गया है।
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)रियल एस्टेट की 8 कंपनियां देने वाली हैं तगड़ा रिटर्न, ब्रोकरेज का ये है टारगेट प्राइस
नई दिल्ली । भारत के रियल एस्टेट की कई ऐसी कंपनियां हैं जिनके स्टॉक निवेशकों को अच्छा रिटर्न देने वाले हैं। घरेलू ब्रोकरेज हाउस एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने ये अनुमान लगाया है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने रियल एस्टेट की आठ कंपनियों के स्टॉक्स के लिए टारगेट प्राइस तय किया है। आइए जानते हैं किस कंपनी का क्या है टारगेट प्राइस।
– रियल एस्टेट फर्म डीएलएफ के लिए 486 रुपए का टारगेट प्राइस है। वर्तमान में बीएसई इंडेक्स पर स्टॉक काप्राइस 390.85 है। इस हिसाब से देखें तो प्रति शेयर निवेशकों को 95 रुपए से ज्यादा का फायदा होगा।
– वर्तमान में ओबेरॉय रियल्टी का शेयर भाव 998.10 रुपए है, जिसका टारगेट प्राइस 1,142 रुपए था। फीनिक्स मिल्स का टारगेट प्राइस 1,364 रुपए तय किया गया है। वर्तमान में इसकी कीमत 1065.15 रुपए है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक ब्रिगेड एंटरप्राइजेज का टारगेट प्राइस 619 रुपए, प्रेस्टीज एस्टेट्स का टारगेट प्राइस 633 रुपए और महिंद्रा लाइफस्पेस का टारगेट प्राइस 473 रुपए है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने सोभा डेवलपर्स के लिए टारगेट प्राइस 1,000 रुपए, कोलटे-पाटिल डेवलपर्स के लिए टारगेट प्राइस 381 रुपए और गोदरेज प्रॉपर्टीज के लिए 1,804 रुपए तय कर रखा है। ब्रोकरेज हाउस ने इन सभी स्टॉक्स के लिए बाय रेटिंग दी है। मतलब ये कि निवेशक स्टॉक्स की खरीदारी कर सकते हैं।
ब्रोकरेज का अनुमान है कि मार्च तिमाही में रियल एस्टेट कंपनी की प्री-सेल्स काफी हद तक तीसरी तिमाही बिक्री के अनुरूप रहेगी। कुछ डेवलपर्स की सेल्स में गिरावट देखी जा सकती है, जो कोविड की तीसरी लहर से प्रभावित रही हैं।