March 28, 2024

रिश्तों का खून : लग्जरी लाइफ के लिए करा दी माता-पिता की हत्या


लुधियाना । लुधियाना में वायुसेना के रिटायर्ड अफसर भूपिंदर सिंह और उनकी पत्नी सुष्पिंदर कौर की हत्या के मामले में पुलिस ने जो खुलासा किया है, वह चौंकाने वाला है। 66 साल के भूपिंदर और उनकी 62 वर्षीय पत्नी की हत्या उनके बेटे ने ही कराई थी। बुधवार को दोनों का कत्ल हो गया था। पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि दंपति के बेटे हरमीत उर्फ मनी ने तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को ढाई लाख रुपये और नौकरी देने का लालच देकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस का कहना है कि मनी अपने पिता की संपत्ति और कारोबार को हथियाना चाहता था। पुलिस ने हरमीत के अलावा कॉन्ट्रैक्ट किलर बलविंदर सिंह राजू को अरेस्ट कर लिया है। हत्याकांड में शामिल दो अन्य युवकों विकास गिल और सुनील मसीह की तलाश जारी है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की वह फुटेज भी बरामद कर ली है, जिसे आरोपी ने हत्याकांड के बाद हटा दिया था। अपराध में इस्तेमाल की गई बाइक और उस मोबाइल फोन को बरामद कर लिया गया है, जिसे हरमीत ने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स से बातचीत के लिए खरीदा था। दरअसल हत्याकांड के बाद पुलिस को इस बात पर संदेह हुआ था क्योंकि घर में जबरन घुसने के प्रमाण नहीं मिले थे। इससे यह संदेह पैदा हुआ था कि किसी करीबी ने ही यह घटना कराई है।
सिर्फ पिता की हत्या का था प्लान, बीच में आई तो मार डाला
इस पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो आरोपियों के अंदर आने और फिर जाने का सीन दिखा, जिससे 24 घंटे के अंदर केस का खुलासा हो गया। हरमीत अपने पैरेंट्स के साथ ही रहता था, जबकि दो बहनों की पहले ही शादी हो चुकी है। कमिश्नर ने कहा, हरमीत अपने पिता की संपत्ति और कारोबार पर पूरा नियंत्रण चाहता था। परिवार घर के ही अलग-अलग हिस्सों में रहता था। बेटा सिर्फ अपने पिता को ही मारना चाहता थे, लेकिन बीच में मां के आने के चलते उसका भी कत्ल कर दिया गया। दरअसल लग्जरी लाइफ जीने के लिए उसने यह साजिश रची थी।
सिर्फ गुजारे के लिए पैसे मिलने से था परेशान
पुलिस ने कहा कि बुजुर्ग दंपति के बेटे ने ही हत्यारों को घर में एंट्री कराई थी और फिर बाहर भेजा था। हत्या की साजिश रचने वाले बेटे ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि पिता उसको हर महीने 10,000 रुपये ही देते थे और उसकी पत्नी को 8,500 रुपये की रकम दी जाती थी। उसका कहना था कि पिता को अच्छी खासी पेंशन मिलती थी और कारोबार भी अच्छा चल रहा था। लेकिन वह उसमें हिस्सेदार नहीं था और उसे दूर रखा जाता था। इसलिए उसने इस घटना को अंजाम दिया। मनी की पत्नी के भी इस हत्याकांड में शामिल होने की बात से पुलिस ने फिलहाल इनकार किया है, लेकिन पूरी जांच किए जाने की भी बात कही है।
बेरोजगार थे तीनों हत्यारे, लालच में करा दिया कत्ल
कॉन्ट्रैक्ट किलर बलविंदर, विकास और सुनील तीनों ही शादीशुदा हैं, लेकिन बेरोजगार थे। कुछ वक्त पहले तक वे किसी दुकान पर काम करते थे, लेकिन नौकरी छूट गई थी। एक महीने पहले ही वे हरमीत उर्फ मनी से मिले थे। पुलिस अधिकारी ने कहा, इन लोगों की जब हरमीत से मुलाकात हुई तो उसने पैसों और नौकरी का लालच देकर पिता की हत्या करने का ऑफर दिया। उसने उन लोगों को ढाई लाख रुपये और नौकरी देने का ऑफर दिया था, जिस पर तीनों राजी हो गए।