March 28, 2024

आम लोगों पर बढ़ा महंगाई का बोझ, खाने-पीने की चीजों में रिकार्ड बढ़ोतरी

शेयर बाजार में तेजी के साथ कारोबार की शुरूआत
मुंबई ,13 सितंबर । शेयर बाजार में मंगलवार को बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत हुयी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 293.16 अंक चढक़र 60,408.29 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 18 हजार के स्तर को पार करते हुए 107.8 अंकों की बढ़त के साथ 18,044.45 अंक पर खुला।
हरे निशान के साथ खुले शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बढ़त दर्ज की गयी। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 87.69 अंकों के उछाल के साथ 26,255.12 और स्मॉलकैप सूचकांक 142.63 अंक बढक़र 29,966.31 अंक पर खुला।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 321.99 अंकों की बढ़त के साथ 60115.13 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 103 अंकों की तेजी लेकर 17936.35 अंक पर रहा था।

आम लोगों पर बढ़ा महंगाई का बोझ, खाने-पीने की चीजों में रिकार्ड बढ़ोतरी
नई दिल्ली । आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर बुरी खबर है। अगस्त में महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है। भारत की रिटेल मुद्रास्फीति अगस्त में 7त्न तक पहुंच गई, जो जुलाई में 6.71त्न थी। वहीं, पीछले साल अगस्त में यह 5.3 फीसदी पर थी। बता दें कि रिटेल इंफ्लेशन लगातार आठ महीने से आरबीआई के 6प्रतिशत टारगेट बैंड से ऊपर है। हालांकि, यह पांच महीनों में दूसरी बार 7प्रतिशत से कम हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार, फूड इंफ्लेशन अगस्त में 7.62त्न थी, जो जुलाई में 6.69प्रतिशत और यह पिछले साल अगस्त 2021 में 3.11प्रतिशत पर थी। इस बीच, सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में भारत का औद्योगिक उत्पादन 2.4प्रतिशत बढ़ा। जुलाई 2021 में 11.5प्रतिशत बढ़ा था।
आईआईपी जुलाई में सुस्त पडक़र 2.4 प्रतिशत पर
देश के औद्योगिक उत्पादन में जुलाई के दौरान 2.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। एक साल पहले जुलाई, 2021 के दौरान आईआईपी में 11.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से सोमवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। आंकड़ों के अनुसार, जुलाई, 2022 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रोडक्शन 3.2 प्रतिशत बढ़ा। इसके अलावा माइनिंग प्रोडक्शन में जुलाई के दौरान 3.3 प्रतिशत की गिरावट, जबकि बिजली प्रोडक्शन में 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि अप्रैल, 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण औद्योगिक उत्पादन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था और यह 57.3 प्रतिशत गिर गया था।