November 22, 2024

संसद की कार्यवाही पर जासूसी कांड का साया लोकसभा में दूसरे दिन भी कामकाज ठप

नई दिल्ली ,।   मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी संसद के दोनों सदनोंं में पैगासस जासूसी कांड का मुद्दा छाया रहा। इस मुद्दे पर जबर्दस्त हंगामे के कारण जहां लोकसभा की कार्यवाही ठप रही, वहीं राज्यसभा में तीन बार के स्थगन के बाद कोरोना महामारी पर चर्चा शुरू हुई। कांग्रेस ने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की, जबकि शिवसेना ने इस मामले की जांच संसद की संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, टीएमसी, वाम दल, डीएमके के सदस्य वेल में आ कर हंगामा करने लगे। इसी दौरान आम आदमी पार्टी  और अकाली दल ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा। हंगामे के बीच सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। फिर सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद बृहस्पतिवार तक केलिए स्थगित कर दी गई।
स्पीकर ने जताई नाराजगी
हंगामे के दौरान विपक्षी सदस्य नारे लिखी तख्तियां लहरा रहे थे। इस पर स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए। उन्होंने इसे नियम विरुद्घ बताते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। स्पीकर ने कहा कि सरकार ने हर मुद्दे पर चर्चा का आश्वासन दिया है। ऐसे में अगर विपक्ष चर्चा करना चाहता है तो उसे सदन की कार्यवाही चलने देना चाहिए।
राज्यसभा में भी हंगामा
पेगासस जासूसी मामले में उच्च सदन में भी जम कर हंगामा हुआ। विपक्ष के हंगामे के कारण इस सदन की कार्यवाही भी तीन बार स्थगित हुई। हालांकि सभापति वैंकेया नायडू के साथ सभी दलों के नेताओं के बीच हुई बैठक में बनी सहमति के आधार पर कोरोना महामारी पर चर्चा शुरू हुई।
स्पीकर से मिले शिवसेना सांसद
पैगासस जासूसी मामले में शिवसेना के सांसदों ने स्पीकर बिरला से मुलाकात की। सांसदों ने स्पीकर को ज्ञापन दे कर इसकी जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि अगर इस जासूसी कांड में सरकार की कोई भूमिका नहीं है तो उसे जांच की घोषणा करनी चाहिए।

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