डीएम का औचक निरीक्षण: गरुड़ इन्टरकॉलेज में कम्प्यूटर कक्ष बन्द तो कौलाग इंटर कॉलेज में प्रभारी प्रधानाचार्य व प्रवक्ता मिले नदारद, वेतन रोकने के दिये आदेश
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार )शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाने को लेकर जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज विकास खण्ड गरूड़ के राजकीय इण्टर कालेज गरूड़ व इण्टर कालेज कौलाग का औचक निरीक्षण किया। राजकीय इण्टर कालेज गरूड़ पहुॅचकर जिलाधिकारी ने अध्ययनरत बच्चों से हिन्दी,अंग्रेजी के कॉपियों का भी अवलोकन किया तथा हिन्दी, अंग्रेजी एवं सामान्य ज्ञान सहित कर्इ प्रश्न पूछें जिसमें अधिकांश बच्चो के द्वारा सन्तोषजनक जवाब दिया गया उन्होने कक्षा 06 से लेकर कक्षा 12 तक के कक्षा कक्षो मे जाकर बच्चों से प्रश्न पूछें साथ ही कार्यरत अध्यापकों को कहा कि बच्चों की पढ़ार्इ में ध्यान देने के शक्त निर्देश दिये कहा कि विद्यलाय में पुन: निरीक्षण किया जायेगा बच्चों की पढ़ार्इ में पूर्ण मनायोग इच्छाशक्ति र्इमानदारी के साथ पठन-पाठन करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने विद्यालय में कम्प्यूटर कक्ष का निरीक्षण करने पर पाया कि कम्प्यूटर कक्ष लम्बें समय से नही खोला गया है न ही कार्यरत अध्यापक द्वारा कम्प्यूटर के माध्यम से बच्चों को पढ़ार्इ की जा रही है जिसमें जिलाधिकारी ने प्रधानार्चाय को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि तत्काल कम्प्यूटर कक्ष में रखे हुए कम्प्यूटरों को सुचारु करते हुए उनकी फोटोग्राफ उपलब्ध कराने के निर्देश दिये कहा कि यदि किसी प्रकार की भी लापरवाही बरती जायेगी तो नियमानुसार सम्बन्धितो के विरुद्व कड़ी कार्यवाही भी अमल में लायी जायेगी। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में स्थापित स्मार्ट क्लास के निरीक्षण के दौरान अध्यापकों को निर्देशित किया कि वर्तमान युग समय सूचना एवं तकनीकि का युग है, जिसके लिए स्मार्ट क्लास जैसी पहल बहुत लाभदायक है। चूॅकि इसके माध्यम से बच्चों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है बल्कि सरल एवं सहज तरीके से उन्हें समझाया भी जा सकता है। उन्होंने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि स्मार्ट क्लास को अधिक से अधिक संचालित किया जाय, ताकि बच्चें ज्यादा से ज्यादा लाभ ले सके। साथ ही उन्होने भोजनालय एवं माघ्यंन भोजन का भी अवलोकन किया कहा कि बच्चों को गुणवक्ता परक भोजन रोस्टर के अनुसार दें तथा भोजन माताओं से स्वच्छ भोजन परोसने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि बच्चे भोजन करने से पूर्व अच्छी तरह से हाथ धो लें साथ ही स्वच्छता संबंधित मानकों का पूर्व रूप से अनुपालन किया जाय।
जिलाधिकारी ने इण्टर कालेज गरुण के निरीक्षण के पश्चात राजकीय इण्टर कालेज कौलाग का भी निरीक्षण किया जिसमें प्रभारी प्रधानाचार्य बिना अवकाश स्वीकृत किये हुए अवकाश पर रहने, तथा हिन्दी के प्रवक्ता अनुपस्थित होने पर दोनों के वेतन रोकने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी नें विद्यालय में पहुंचकर प्रत्येक कक्षा-कक्ष में जाकर बच्चों से प्रश्न पूछें तथा कार्यरत अध्यापको से र्इमानदारी व लगन के साथ बच्चों के पठन-पाठन करने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने अध्यापकों को कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये जिसके लिए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि कमजोर बच्चों को भी आगे बैठने का मौका मिले और उनके लिए अतिरिक्त कक्षाओं की भी व्यवस्था की जाय, ताकि वे भी शिक्षा की मुख्य धारा से सहज रूप से जुड़ सके। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्कूलों में बच्चों की अनुपस्थिति के सन्दर्भ में मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि शिक्षण सत्र के दौरान स्कूलों में शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने दोनो विद्यालयों के अध्यापकों को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि बच्चों के पढ़ार्इ में कोर्इ कोर कसर नही छोड़ी जाय तथा जिस अध्यापक का जो विषय है वें अध्यापक पूर्ण इच्छाशक्ति के साथ बच्चों को पढ़ाऐं साथ ही उन्होने अध्यनरत बच्चों को भी कहा कि पढ़ार्इ में निरन्तर ध्यान दें छुट्टी होने पर भी घर पर भी निरन्तर पढ़ार्इ करें साथ ही उन्होने प्रधानाचार्य को भी निर्देश दिये कि वें अभिभावकों के साथ भी समय-समय पर बैठक कर उनकें बच्चों के पढ़ार्इ के सम्बन्ध में बतायें। जिलाधिकारी नें विद्यालय में साफ-सफार्इ, पेयजल, विद्युत सभी का निरीक्षण किया उन्होने विद्यालय में साफ-सफार्इ भी बनाये रखने के निर्देश दिये। भ्रमण के दौरान उप जिलाधिकारी गरुण सुन्दर सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चन्द्र सिंह रावत, जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, खण्ड़ शिक्षा अधिकारी उमेश सिंह रावत आदि मौजूद थें।