तीन दशक के बाद भी नहीं सुधरी ज्वालापुर के बाजारों की हालत
हरिद्वार । ज्वालापुर के बाजारों में सड़कों पर जलभराव बड़ी समस्या बनी हुई है। साथ ही बाजारों में शौचालयों का अभाव है। वहीं, पार्किंग की कमी के कारण लोगों को बाजारों में बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। नगर निगम बनने के बाद भी ज्वालापुर के बाजारों में कारोबारियों को जलभराव से निजात नहीं मिला है। शौचालयों और पार्किंगों की व्यवस्था भी नहीं हो सकी है। इस दफा बाजारों की समस्याओं का समाधान करने का वादा करने वाले प्रत्याशी को ही नगर निगम चुनाव में जिताने की बात कारोबारी कर रहे हैं। उपनगरी ज्वालापुर के कटहरा बाजार, पीठ बाजार, चौक बाजार, पुरानी घास मंडी, पुरानी अनाज मंडी, पुरानी सब्जी मंडी आदि बाजारों में जलभराव बड़ी समस्या है। दुकानों में पानी भरने के कारण हर साल कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठान पड़ता है। बाजारों के पास स्थित वार्ड मेहतान, कोटरावान, लक्कड़ हारान, पीठ बाजार, कस्साबान, वाल्मीकि बस्ती, पांवधोई आदि में भी जलभराव के कारण लोगों को बड़ी दिक्कतें उठानी पड़ती है। पिछले तीन दशकों से ज्वालापुर में जलभराव बड़ी समस्या बनी हुई है। मांग के बावजूद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया है। साथ ही बाजारों में ग्राहकों और दुकानदारों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। वहीं, बाजारों में पार्किंग नहीं होना भी बड़ी समस्या है। पार्किंग की कमी के कारण लोग अपने वाहन सड़कों पर खड़े करते है। इस वजह से बाजारों में जाम की समस्या बनी रहती है। जाम के कारण कारोबारियों को भी नुकसान उठाना पड़ता है। इस बार नगर निगम चुनाव से पहले बाजारों के दुकानदार तीनों समस्याओं का स्थाई समाधान करने की मांग कर रहे है।