November 22, 2024

वर्षों से एक स्थान पर बैठे अधिकारियों का होगा स्थानांतरण

देहरादून  ( आखरीआंख )   जलागम में बहुत अच्छी-अच्छी योजनाएं हैं, विभागीय अधिकारियों को चाहिए कि उन योजनाओं का लाभ राज्य की जनता को मिले ऐसे प्रयास होने चाहिए। उक्त बात आज यहाँ जलागम प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में बोलते हुए प्रदेश के जलागम प्रबंधन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा। देहरादून स्थित जलागम प्रबंधन निदेशालय के सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जलागम प्रबंधन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने पूर्व में हुई समीक्षा बैठकों में लिए गये निर्णयों एवं समय, समय पर दिये गये निर्देशों पर हुई प्रगति की जानकारी भी ली। श्री महाराज ने कहा कि जलागम प्रबंधन के तहत राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को किस प्रकार की दिक्कतें आ रही हैं। यह समझने के लिए एक टोल फ्री नम्बर की तुरन्त व्यवस्था की जाये। समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जलागम प्रबंधन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि प्रायः यह देखा जा रहा है कि अधिकारियों स्थानांतरण प्रस्ताव उनके सम्मुख नहीं रखे जा रहे हैं यह सरासर गलत है। उन्होने ऐसे विभागीय अधिकारियों को तुरन्त स्थानांतरित किये जाने के निर्देश दिए जो वर्षों से एक ही स्थान पर डटे हैं। उन्होने अधिकारियों से केन्द्र पोषित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए उसमें तेजी लाने के भी निर्देश दिए। श्री सतपाल महाराज ने कहा कि जलागम प्रबंधन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के कार्य क्षेत्र बढ़ाये जायें। विभाग में प्रतिनियुक्ति पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की स्थिति और उनके द्वारा किये गये कार्यों के विषय में भी उन्होने विस्तृत जानकारी मांगी। जलागम मंत्री ने राज्य में संचालित विभिन्न परियोजनाओं का उच्चाधिकारियों द्वारा समय समय पर स्थलीय निरिक्षण न किये जाने पर गहरी नाराजी जाहिर की। उन्होने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि डब्लू.एम.डी. के विशेषज्ञ कार्यालय में न बैठकर फील्ड जाकर निरीक्षण रिर्पोट तैयार करें। जलागम मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि विभाग में तैनात आफिस सर्पोट स्टाफ, कम्प्यूटर आपरेटर, एमआईएस आपरेटर, एमडीटी, क्वाडिनेटर, फैसेलेटर और प्रोजेक्ट एशोसिएट के वेतनमान में शीघ्र ही वृद्धि की जायेगी।बैठक में सचिव जलागम भूपेन्द्र कौर ओलख एवं अपर निदेशक जलागम प्रबंधन श्रीमती नीना ग्रेवाल सहित अनेक विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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