October 23, 2024

जिलाधिकारी ने दिए प्रोगाम मैनेजर वैजनाथ एवं एएनएम लमचूला के वेतन रोकन के निर्देश

बागेश्वर ।  जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कलेक्ट्रेट सभागार में आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ-साथ चिकित्सकों एवं स्वास्थ प्रवेक्षकों आदि के साथ ली। जिसमें उन्होंने एन0एच0एम0 की वर्तमान प्रगति, आर0बी0एस0के0 प्रगति, आर0एन0टी0सी0पी0 प्रगति, एम.एम.आर, टीबी, आर्इ.एम.आर. की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने में स्वास्थ्य विभाग से जुडे हुए ए.एन.एम. कार्यकत्रियों की अहम भूमिका रहती है, इसलिए जनपद में कार्यरत समस्त ए.एन.एम. कार्यकत्री पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें यह सुनिश्चित करना स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी द्वारा ंएएनएम द्वारा एएनसी के तहत गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण की समीक्षा करते हुए पाया कि जिन एएनएम द्वारा जनपद के गर्भवती महिलओं के पंजीकरण के प्रतिशत के कम लक्ष्य हासिल किया गया है ऐसे एएनएम पर जिलाधिकारी द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गयी। जिलाधिकारी ने उन्हें शत प्रतिशत पंजीकरण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा ने कहा कि स्वास्थ सेवाओं का लाभ गरीब व वंचित परिवारों तक भी पहुंचे इसके लिए यह आवश्यक है कि सभी एएनएम, आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्तियां अपने वहां पंजीकृत परिवारों की अद्यतन रिपोर्ट धरातली स्तर पर प्राप्त करने के लिए निंरतर संबंधित परिवारो के संपर्क मे रहे। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ इस बात के लिए भी प्रयासरत है कि गर्भवती महिलाओ का सुरक्षित संस्थागत प्रसव हो और जज्जा व बच्चा दोनों की जिंदगियां न केवल सुरक्षित रहें बल्कि दोनों के स्वास्थ के विकास के लिए प्रर्याप्त अवसर उपलब्ध हों। इसके लिए उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को कडे निर्देश जारी करते हुए कहा कि एएनएम एवं आशा कार्यकत्री के कार्यो की निगरानी निरन्तर सुनिश्चित करें जिसमें कोर्इ लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि यदि किसी आशा या एएनएम के द्वारा निर्धारित लक्ष्य सापेक्ष अपने कार्यो का निर्वहन नही किया गया तो उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेागी। जिलाधिकारी ने उच्च जोखिम प्रसव के दौरान हुर्इ नवजात शिशुओं मृत्यु के मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर ,एएनएम आदि से विस्तृत जानकारी ली। समीक्षा के दौरान ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर वैजनाथ द्वारा लमचूला क्षेत्र में हुए शिशु मृत्यु के संबंध में स्पष्ट जानकारी न देने के कारण प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गयी और ब्लॉक प्रोगाम मैनेजर वैजनाथ एवं एएनएम लमचूला के वेतन रोकन के कडे निर्देश जारी किये गये। उन्होंने सभी स्वास्थ विभाग के अधिकारियों एवं एएनएम को कडे निर्देश दिये कि उच्च जोखिम वाले प्रसव संबंधि प्रकरणों को से लेते हुए संस्थागत प्रसव कराना सुुनिश्चित करें। जिलाधिकारी जनपद के अरबीएसके एवं टीवी संबंधि प्रकरणों के क्रम में ब्लॉकवार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम के टीमों के द्वारा ऑगनबाड़ी केन्द्रों व विद्यालयों में किये जाने वाले भ्रमणों की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान उन्होंने स्वास्थ विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि अरबीएसके के द्वारा जिन बच्चों को हॉयर सेंटर को रेफर किया है उसके संबंध में विस्तृत रिपोर्ट का निर्माण कर उसे अद्यतन रूप में जिलाधिकारी के सामने प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकितसाधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि ऐसे प्रकरण जो जिला अस्पताल से उच्च अस्पतालों के लिए रेफर किये जा रहे है उनके संबंध में स्पष्ट रूप में यह अंकित किया जाय कि उन्हें किन कारणो से उच्च अस्पताओं में रेफर किया जा रहा है। और यह भी सुनिश्चित किया जाय कि स्वास्थ सुविधाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकें। कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जनपद के सभी चिकित्सालय में गर्भवति महिलाओं के पंजीकरण के संबंध में जानकारी ली तथा ब्लॉक प्रोगाम मैनेजर एवं एएनएम से महिलाओं के पंजीकरण की जानकारी ली। जिस पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वी.के.सक्सेना ने अवगत कराया कि एएनसी पंजीकरण के तहत जनपद बागेश्वर में वर्ष 2018-19 में 4435 के सापेक्ष 3912 लक्ष्य की प्राप्ति की गयी जो 88 प्रतिशत रही इसी प्रकार अगस्त, 2019 तक 4032 के सापेक्ष 1717 का पंजीकरण किया गया जो 43 प्रतिशत है एवं वर्तमान में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कार्य गतिशील है। तथा जनपद में कुल गर्भवती महिलाओं का प्रसव वर्ष 2018-19 में लक्ष्य 3907 से सापेक्ष 3419 की प्राप्ति हुर्इ जो 88 प्रतिशत रहा तथा 2019-20 में लक्ष्य 3629 से सापेक्ष माह अगस्त तक 1350 की प्राप्ति हुर्इ जो लगभग 37 प्रतिशत है। जिसमें संस्थागत प्रसव वर्ष 2018-19 में लक्ष्य 3273 के सापेक्ष 2890 जो 88 प्रतिशत रहा तथा वर्ष 2019-20 में लक्ष्य 2904 के सापेक्ष माह अगस्त तक 1119 जो 39 प्रतिशत है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजय कुमार शाह, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 एस.पी.त्रिपाठी, डा0 हरीश पोखरिया काण्डा, डा0 राजेश गुंज्याल गरूड़, डा0 वृजेश रावत कपकोट समेत प्रोग्राम मैनेजर एवं आंगनबाडी कायकत्री आदि मौजूद थे।