December 22, 2024

डीएम ने किया कौसानी में अनाशक्ति आश्रम एवं पंडित सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय का निरीक्षण

 

बागेश्वर ।  अनाशक्ति आश्रम कौसानी में एवं पंडित सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय कौसानी में हो रहे नवीनीकरण/जीर्णोद्धार कार्यों का जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने स्थलीय निरीक्षण कर चल रहे कार्यों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल के परियोजना प्रबन्धक गंभीर सिंह को निर्देश दिये है कि अनाशक्ति आश्रम एवं पं0 सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय में जो भी कार्य किये जाने है उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ तत्काल पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह स्थान हमारे महापुरूषों की धरोहर है, जिसमें उनकी स्मृतियॉ एवं यादें जुड़ी है जिनको देखने के लिए देश के ही नहीं विदेशों के भी पर्यटक एवं उच्च अधिकारी इस स्थान को देखने के लिए आते है इसलिए यह जरूरी है कि जो भी कार्य करने शेष रह गये है उन कार्यों को त्वरित गति से करना सुनिश्चित करें ताकि आने वाले पर्यटकों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल एवं कार्य कर रहे ठेकेदार मै0 कैंड़ा कंस्ट्रक्शन सोमेश्वर को निर्देश दिये है कि आश्रम के ग्राउंड में जो भी पत्थर बिछाने का कार्य किया जाना है उसमें गुणवत्तायुक्त पत्थर लगाये जाय तथा ग्राउंड के चारों ओर बैठने के लिए बेहतर बैंच लगाये जाय तथा आश्रम का बरसाती पानी बनाये गये रेन वाटर हारवेस्टिंग में टैंक मे ंजाये इसके लिए ठीक तरह से नाली बनाने को कहा ताकि आश्रम का सारा बरसाती पानी रेन वाटर हारवेस्टिंग टैंक में जायें। उन्होंने कहा कि ग्राउंट के चारों ओर अच्छे फूलों के पौधों का भी रोपण किया जाय। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण कार्य, म्यूजियम, लार्इब्रेरी, वी.आर्इ.पी. गेस्ट हाउस एवं किचन तथा आश्रम के बाहर रेलिंग लगाने के जो भी कार्य किये जाने है उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान परियोजना प्रबन्धक ब्रिडकुल गंभीर सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि अनाशक्ति आश्रम कौसानी के नवीनीकरण/जीर्णोंद्धार कार्य के लिए भारत सरकार द्वारा 255 लाख की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त है जिसके सापेक्ष 1 करोड़ 27 लाख 50 हजार की धनराशि अवमुक्त हुर्इ है, जिससे मुख्य भवन के बाह्य कोरिडोर निर्माण हेतु नींव खुदार्इ, प्लिंथ बीम की कास्टिंग एवं पत्थरों के कॉलमस् का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा मुख्य भवन की छत सही कर जी0आर्इ0शीट बदले जाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, पुस्कालय प्लास्टर का कार्य पूर्ण कर वॉल पैनलिंग का कार्य प्रगति पर है, कोरिडोर की फ्लोरिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, लकड़ी की आर्च (मेहराब) का कार्य प्रगति पर है, विद्युतीकरण का कार्य प्रगति पर है, विश्राम गृह में पुराने शौचालयों के नवीनीकरण का कार्य प्रगति पर है तथा बाह्य बरामदे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने अवगत कराया कि शेष धनराशि उपलब्ध कराने हेतु भारत सरकार को पत्र प्रेषित किया गया है, शेष धनराशि उपलब्ध होते ही जो भी कार्य किये जाने है उन कार्यों को तत्काल पूर्ण कर लिया जायेगा।
सुमित्रानन्दन पंत संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिये है कि इसमें जो भी कार्य किये जाने है उन कार्यों को तत्काल पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कार्यदायी संस्था को यह भी निर्देश दिये है कि सुमित्रानन्दन पंत संग्रहालय में पुस्तकालय एवं मेन गेट बनाये जाने के लिए आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि इसके लिए धनराशि स्वीकृत करायी जा सके। उन्होंने निर्देश दिये है कि सुमित्रानन्दन पंत संग्रहालय में दोनों ओर पर मेन गेट बनाये जाय ताकि पर्यटन नगरी में आने वाले पर्यटकों को इस स्थान की जानकारी उपलब्ध हो सके, तथा आसानी से लोग संग्रहालय में पहुॅच सके।
परियोजना प्रबन्धक ब्रिडकुल गंभीर सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि सुमित्रानन्दन पंत संग्रहालय के 45.46 लाख की धनराशि शासन द्वारा स्वीकृत की गयी है जिसके सापेक्ष 20.88 लाख की धनराशि अवमुक्त हुर्इ है, जिससे पंत वाटिका के क्षतिग्रस्त छत को हटाकर छत में स्थानीय पत्थर फिक्सिंग का कार्य अंतिम चरण में है मुख्य भवन के सम्मुख आंगन बढ़ाए जाने, आंतरिक पेंटिंग एवं आंतरिक विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, पुराने खराब दरवाजे हटाकर नये दरवाजे लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, मुख्य भवन के भीतर वॉल पैनलिंग में पॉलिश का कार्य प्रगति पर है, दरवाजों में पेंटिंग काय कार्य प्रगति पर है तथा मुख्य भवन के सम्मुख रेलिंग लगाये जाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि शेष धनराशि उपलब्ध होते ही जो भी कार्य किये जाने है उन कार्यों को तत्काल पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबन्धक को ब्रिडकुल को निर्देश दिये है कि वह धनराशि उपलब्ध कराने हेतु शासन को पत्र प्रेषित करें ताकि जल्द से जल्द धनराशि उपलब्ध हो सके, तथा जो भी कार्य किये जाने है वह समय से पूर्ण हो सके।
निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, उप जिलाधिकारी गरूड़ जयवर्द्धन शर्मा, आवासीय अभियन्ता रोहित नरियाल, कनिष्ठ अभियन्ता पंकज मेहता सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।