डी एम बागेश्वर ने की 14 किमी ट्रेकिंग, शिखर भनार में पूजा के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के दिये निर्देश
बागेश्वर । ( आखरीआंख समाचार ) जनपद में पर्यटन गतिविधियों को बढावा देने के लिए सुदूरवर्ती क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों को विकसित करना होगा। यह बात जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने विकास खण्ड कपकोट के मूलनारायण मंदिर शिखर में पूजा अर्चना के बाद कही। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक शौन्दर्य से भरपूर यह क्षेत्र निश्चित रूप से दर्शकों व श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करेगा। उन्होंने जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि इस क्षेत्र के पर्यटन विकास के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार की जाय जिसमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय कि जहॉ से प्राकृतिक व्यू पोइन्ट दिखार्इ दे ऐसे स्थानों पर आधारभूत सुविधायें मुहैया करायी जाय। उन्होंने शिखर भ्रमण के दौरान झोपड़ा से पैदल मार्ग शिखर तक व्यू पोइंटों में यात्री विश्राम गृह एवं बैंच व अन्य जो भी आवश्यक हो उसे प्राथमिकता के साथ कराने को कहा। ताकि आने जाने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटक प्राकृतिक शौन्दर्य का अवलोकन कर सके। उन्होंने झोपड़ा से शिखर मंदिर तक पैदल मार्ग में बने हुए गढ्ढों को ठीक करने तथा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर सार्इन बार्ड स्थापित करने के निर्देश दिये जिसके माध्यम से आने जाने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं व आम जन को सम्बन्धित क्षेत्र एवं वृक्ष आदि की जानकारी प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी ने शिखर मंदिर में पहुॅचकर पूजा अर्चना के बाद वहॉ पर रह रहे स्वामी उत्तमानन्द एवं अन्य गणमान्य लोगों से मंदिर के पौराणिक इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने भ्रमण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि यहॉ के विकास के लिए यथासम्भव जो भी कार्य किये जाने है उसे आपसी समन्वय स्थापित कर निर्माण कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने शिखर मंदिर में निर्माणाधीन स्नानागार को समय से पूर्ण करने एवं पेयजल की समस्या को देखते हुए रेन हारवेस्टिंग को अपनाने तथा मंदिर परिसर में प्रकाश की उचित व्यवस्था हेतु सोलर लार्इट स्थापित करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने शिखर मंदिर से दिखार्इ देने वाली प्राकृतिक शौन्दर्य का अवलोकन करते हुए कहा कि हमारे पर्वतीय क्षेत्रों में भी ऐसे पर्यटन स्थल है जिनका विकास किया जाना है। यह तभी सम्भव होगा जब यहॉ के स्थानीय लोग इसमें सहायोग प्रदान करेंगे। शिखर मंदिर पहुॅचने से पूर्व उन्होंने झोपड़ा से पैदल भ्रमण करते हुए भनार मंदिर के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने भ्रमण के दौरान जिला पर्यटन अधिकारी को जनपद में स्थित भनार एवं शिखर में मूलनारायण मंदिर, सनगाड़ में नौलिंग मंदिर, पचार में धुवि नौलिंग, कमेड़ी देवी में फैडीनाग मंदिर, विजयपुर में धौलीनाग मंदिर, स्याकोट में उल्का देवी मंदिरों को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने हेतु दिशा निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने जनपद में स्थापित शिवालय, मझेड़ा, महौली, किढ़र्इ, बनलेख, दोफाड़, धपोलासेरा, सनेती, भन्तोला, पौराणिक पुरातत्व महत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण मंदिरों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इन सभी मंदिरों व शिवालयों में सार्इनबोर्ड स्थापित करने तथा श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधायें मुहैया कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी के निर्देशन पर भ्रमण में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वच्छता अभियान के तहत शिखर मंदिर से लेकर झोपड़ा तक सड़क तक मार्ग में पड़े हुए प्लास्टिक, नमकीन के रेपर एवं डिस्पोजल गिलास आदि को एकत्र कर कूड़े का निस्तारण किया।
जिलाधिकारी द्वारा लगभग 14 किलोमीटर की ट्रेकिंग की गयी। इस ट्रेकिंग के दौरान मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, संयुक्त मजिस्ट्रेट कपकोट नरेन्द्र सिंह भण्डारी, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, परियोजना निदेशक शिल्पी पन्त, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी गीतांजलि बंगारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति चन्द्र, तहसीलदार कपकोट मैनपाल सिंह, खण्ड विकास अधिकारी कपकोट गंगागिरी गोस्वामी सहित राजस्व उपनिरीक्षक एवं विभागीय कर्मचारी मौजूद थे।