महिलाएं भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो मां बनने के सुख से रह जाएंगी वंचित
खराब जीवनशैली और लाइफस्टाइल का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. इनमें से अधिकतर महिलाएं बांझपन की समस्या से जूझ रही हैं. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण खराब खानपान के कारण हार्मोनल इनबैलेंस, थॉयराइड और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी बीमारियां हैं. पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं का सीधा कनेक्शन खराब खानपान और लाइफस्टाइल के कारण होता है. जिसकी वजह से कम उम्र की महिलाएं भी इनफर्टिलिटी की शिकार होती है. आइए जानते हैं इसके बारे में…
पीसीओएस यानी पॉलिटिशियन अंडाशय सिंड्रोम ऐसी ही एक बीमारी जिसकी चपेट में आज दुनियाभर की करीब 116 मिलियन महिलाएं हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीओएस एक ऐसी सामान्य स्थिति है, जो महिलाओं में एक उम्र के बाद दिखाई देने लगती है. जो महिलाओं के अंडाशय को प्रभावित करता है.
इन बीमारियों के कारण महिला नहीं होता गर्भवती-
1. ओव्यूलेशन संबंधी समस्याएं
2. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
3. हार्मोनल असंतुलन
4. तनाव और मोटापा
5. शरीर का कम वजन
6. थायरॉइड की समस्या
पीसीओएस के लक्षण
पीसीओएस के कई समान लक्षण हैं. इनमें से कुछ सबसे पहले चेहरे पर नजर आते हैं. जब महिलाओं में एण्ड्रोजन या पुरुष हार्मोन का स्तर अधिक होता है, तो इसके संकेत चेहरे पर पाए जाते हैं एण्ड्रोजन पीसीओएस से संबंधित मुँहासे का कारण बनते हैं. अगर किसी महिला के चेहरे के ठुड्डी और गर्दन के आस-पास मुंहासे हैं तो ये पीसीओएस के लक्षण हो सकते हैं.
पीसीओएस का इलाज
अगर किसी महिला को पीसीओएस की समस्या है तो सबसे पहले उसे अपनी जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए. अगर वजन बढ़ रहा है तो उसे नियंत्रित करना सबसे जरूरी है. अपने दिनचर्या में एक्सरसाइज और पौष्टिक-संतुलित आहार को शामिल करने से इस समस्या का से बचा जा सकता है.