पुरानी पेंशन योजना गेमचेंजर है
गुजरात के विधानसभा चुनाव में तो नहीं लेकिन हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना की बहाली गेमचेंजर होने जा रही है। कांग्रेस ने सरकार बनने के तुरंत बाद पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने सेना में चार साल के लिए होने वाली बहाली अग्निपथ योजना को भी बंद करने का वादा किया है। ध्यान रहे हिमाचल में सरकारी कर्मचारी और सेना से जुड़े चुनाव नतीजे तय करने में सबसे अहम जिम्मेदारी निभाते हैं। कांग्रेस की घोषणा से भाजपा बैकफुट पर है। पहले प्रचार किया कि कांग्रेस की घोषणा खोखली है क्योंकि वह राजस्थान में इस योजना को नहीं लागू कर पाई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद शिमला में इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनके राज्य में यह योजना लागू हो गई है। उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि उनकी सरकार पुरानी पेंशन योजना को सुलझाएगी। असल में भाजपा खुल कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा नहीं कर पा रही है क्योंकि देश के ज्यादातर राज्यों में उसकी सरकार है और फिर हर जगह इसे लागू करने का दबाव बनेगा। इसके अलावा केंद्र में भी भाजपा की सरकार है और अगर उसने एक राज्य के लिए यह वादा किया तो फिर केंद्र में भी इसे लागू करने की मांग उठेगी। दूसरी ओर कांग्रेस अभी सिर्फ दो ही राज्यों में सरकार में है और वहां उसे इस योजना को लागू करने में दिक्कत नहीं है। इसलिए वह हर चुनाव में इसका वादा कर रही है।