November 22, 2024

जलवायु परिवर्तन ,जैव विविधता व वन पंचायतों पर देहरादून में मंथन


देहरादून । 11 दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय माउंटेन दिवस के अवसर पर उत्तराखंड वन विभाग के मंथन सभागार में आरएसटी फोरम की तरफ से एक गोष्टी का आयोजन किया गया।
बैठक में पूर्व मुख्य सचिव एन रविशंकर ने वर्तमान में बढ़ रहे जलवायु परिवर्तन के संकट से लोगो को अवगत कराया।
गोष्ठी के दूसरे भाग में चेयरमैन एसटीएस लेप्चा ने वर्तमान में हमारी विरासत जैव विविधता को सहेजने के लिए किए जाने वाले उपायों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की।
वन पंचायतों पर बोलते हुए वन पंचायत विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह तोमर ने कहा कि वक्त के तकाजे को देखते हुए सरकार को वन पंचायतो को पूर्ण रूप से ग्रामीणों के हवाले किये जाने की नितांत आवश्यकता है। जिसके लिए सरकार को तत्काल विधानसभा के पटल पर संशोधन विधेयक लाना चाहिए।
जनपद बागेश्वर के अध्यक्ष व पत्रकार अर्जुन राणा ने वन पंच्यातो पर लगी आग बुझा रहे ग्रामीणों की मृत्यु पर 25 लाख मुआवजा दिए जाने की व नीति निर्माण में सरपंचों की बृहद भागीदारी की मांग की।
वन पंचायत पीसीसीएफ ज्योत्सना सिटलिंग ने कहा कि विभाग पूरी मदद कर रहा हैं।
इसके अतिरिक्त भूपाल भंडारी ने कहा कि सरकार जमीनी स्तर से वन पंच्यातो पर गहन विचार करे ।कमला कैड़ा ने महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।
गोष्ठी में एस के सिंह , डॉ विशाल सिंह, डॉ बर्फाल, डॉ एम चक्रवर्ती, डॉ के सी सरकार, ए इन पुरोहित,डॉ अनूप नॉटियाल , प्रीती टोलिया रौतेला विनीता शाह सचिव , राधा बिष्ट व नूपुर सरकार सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचारों से उपस्थित लोगों को अवगत कराया।