November 21, 2024

प्रति वर्ष सिकुड़ रहा गंगोत्री ग्लेशियर: सुरेश भाई


उत्तरकाशी ।  हिमालय में जलवायु परिवर्तन और आपदा के विषय पर चल रही अध्ययन यात्रा सोमवार को गंगोत्री धाम और उसके आसपास के परिक्षेत्र का भ्रमण कर वापस उत्तरकाशी पहुंची। यात्रा के सदस्य सुरेश भाई ने बताया कि अध्ययन के दौरान 40 से अधिक लोगों के साक्षात्कार से पता चला कि गोमुख ग्लेशियर प्रति वर्ष सिकुड़ता नजर आ रहा है। बहुत लंबे समय से बर्फ जनवरी और फरवरी में भी नहीं पड़ रही है। जबकि पहले नवंबर से पड़ने वाली बर्फ 7-8 फीट ऊंची होती थी, लेकिन अब स्थिति ऐसी आ गई है कि यहां 2 फीट के बराबर भी बर्फ नहीं दिखाई देती है। यमुनोत्री धाम से हिमालय में जलवायु परिवर्तन और आपदा के विषय पर शुरू हुई अध्ययन यात्रा में शामिल सदस्य एनवायरनमेंट और सोशल रिसर्च ऑर्गनाईजेशन के संजय राणा, सुरेश भाई और सर्वोदय कार्यकर्ता विशाल जैन ने बताया कि यहां की खेती बाड़ी से जुड़े कास्तकार कहते हैं कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव उनके सेब और पारंपरिक मोटे अनाजों की खेती की फसलों पर दिखाई दे रहा है। कीटनाशक और बाजार की खाद का उपयोग करने के बाद ही उत्पादन हो पाता है।क्षेत्र में सेब के बगीचे बहुत फल फूल रहे हैं और लोगों की आजीविका भी इस पर निर्भर हो रही है। जिसके लिए लोग कहते हैं कि यहां की जलवायु में बर्फ का बहुत बड़ा महत्व है।