सर्किल रेट में वृद्धि से रुका काशीपुर का विकास
काशीपुर । काशीपुर डपलपमेंट फोरम (केडीएफ) की बैठक में काशीपुर में सर्किल रेटों में की गई बेतहाशा बढ़ोत्तरी और शहर के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान पर विस्तृत चर्चा की गई। इसमें आम सहमति से काशीपुर में एसडीएम, तहसील व रजिस्ट्रार कार्यालय एक साथ कोर्ट परिसर के निकट स्थापित करने पर सहमति जताई। बुधवार शाम संगठन द्रोणासागर परिसर स्थित केडीएफ पार्क में हुई। इसमें केडीएफ अध्यक्ष राजीव घई ने कहा है कि काशीपुर में सर्किल रेट जिला ऊधमसिंहनगर में सबसे अधिक बढ़े हैं। इससे काशीपुर का औद्योगिक विकास रुक गया है। महुआखेड़ागंज में एक ही साल में दो गुना सर्किल रेट होने से उद्योग नहीं आ रहे हैं। बिल्डर शक्ति प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि नेशनल हाईवे काशीपुर, जसपुर और बाजपुर से होकर गुजरता है। जसपुर और बाजपुर में एनएच के सर्किल रेट डेढ़ करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर हैं, जबकि काशीपुर में एनएच के सर्किल रेट 3.60 करोड़ रुपये प्रति हैक्टेयर हैं। इसी तरह रामनगर रोड पर लिंक रोड के सर्किल रेट मुख्य सड़क से अधिक हैं। बैठक में इस बात पर आपत्ति व्यक्त की गई कि काशीपुर और रुद्रपुर का मास्टर प्लान एक साजिश के तहत रोक दिया गया है। दोनों शहरों के मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार हो चुका है। इन प्रारूपों के प्रावधानों पर आपत्तियां भी मांगी जा चुकी हैं, लेकिन प्रारूपों के संशोधनों को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। बैठक में काशीपुर का मास्टर प्लान लागू करने की मांग की गई। साथ ही एसडीएम, तहसील व रजिस्ट्रार कार्यालय एक साथ कोर्ट परिसर के निकट स्थापित करने पर सहमति जताई गई। उद्यमी योगेश जिंदल, डॉ. यशपाल रावत, खिलेंद्र चौधरी, योगेंद्र जिंदल, विनय जिंदल, एसपी गुप्ता, मुक्ता सिंह, चक्रेश जैन, अरुण शर्मा, राजवीर मिश्रा, एसपी गुप्ता, जय प्रकाश अग्रवल, गुरविंदर सिंह चंडोक, विजय सिंह, राजीव परनामी आदि मौजूद रहे।