समाज मे विश्व स्तर पर लोहा मनवा रही आज महिलाएं : जिलाधिकारी
बागेश्वर ( आखरीआंख ) महिलायें न केवल जगतजननी की भूमिका निभाती है बल्कि वर्तमान दौर में पुरूषों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर भी चल रही है। यह बात जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर डेयरी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कही। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में महिलायें न केवल योग्यता एवं क्षमता का न केवल विश्व स्तर पर लोहा मनवा रही है बल्कि समाज में विभिन्न रूपों में अपने दायित्वों का र्इमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलायें आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक रूप से मजबूत होकर कार्य कर रही है हमें बेटियों के जन्म होने पर उनकों बेटियों के अधिकार देने चाहिए। उन्होंने कहा कि गृहणी महिलायें जो घरों में विभिन्न कार्यों का संपादन सफलतापूर्वक करती है उन कार्यों को यदि पारिश्रमिक के रूप में देखा जाय तो महिलायें आर्थिक क्षेत्र में अपनी भूमिका अप्रत्यक्ष रूप से भी बखूबी निभा रही है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर जैसे पर्वतीय जनपदों में यद्यपि महिला अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक है और वे बखूबी समाज के हर क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रही है। किन्तु आज भी समाज की सामन्तवादी सोच कहीं न कहीं अपनी जड़े फेलाये हुए है जिसे हम सबकों मिलकर बदलना होगा।
अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर डेयरी विभाग द्वारा इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के कर्इ क्षेत्रों की महिलायें दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जिससे जहॉ एक ओर परिवार का आर्थिक सुदृढीकरण हो रहा है वहीं दूसरी ओर महिलायें अपनी अधिकारों के प्रति शसख्त हो रही है। उन्होंने कहा कि दूध एवं दही जैसे उत्पादों में कैलेशियम की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जिसके सेवन से महिलाओं में होने वाले विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर उत्पादन किये जाने वाला मडुवा भी आयरन का बहुत बड़ा स्रोत है जिसके सेवन से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इस प्रकार स्थानीय स्तर के उत्पादों के उपभोग से भी महिलाओं के स्वास्थ सम्बन्धी कर्इ बीमारियों से बचा जा सकता है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने दुग्ध के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को भी पुरस्कृत किया जिसमें प्रेमा जोशी पत्नी कृष्णानन्द जोशी ग्राम कन्यूटी, रमा जोशी पत्नी गिरीश चन्द्र जोशी ग्राम खांकर, धर्मा देवी पत्नी वंशी नाथ ग्राम कोठों को प्रसस्ति पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कार्यक्रम में उपस्थित अन्य महिलायें भी इन महिलाओं से प्रेणा लेकर समाज में अपना भूमिका सुनिश्चित करेंगी। कार्यक्रम में जिलाधिकारी के उपस्थित होने पर सहायक दुग्ध निदेशक निर्भय नारायण सिंह ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों का र्इमानदारी पूर्वक अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
तत्पश्चात अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज बाल विकास विभाग के तत्वाधान में विकास खण्ड कार्यालय बागेश्वर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि महिलाये आज घर की अर्थव्यवस्था में ही नहीं देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बहुत बडा योगदान है। महिलायें आज अप्रत्यक्ष ही नही प्रत्यक्ष रूप से भी पुरूषों का साथ देकर समाज की दिशा एवं दशा बदलने में अहम भूमिका निभा रहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आत्म निर्भर एवं सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा कर्इ महत्वाकांशी योजनायें संचालित की जा रही है उन योजनओं को जानने एवं समझने की जरूरत है जिसे कि वे उन योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने महिलाओं से अपेक्षा की कि बेटा बेटी में किसी भी प्रकार का भेद-भाव एवं पक्षपात न करें सभी को समान रूप से लालन पालन करते हुए शिक्षा प्रदान करें। और कहा कि बेटियां बेटों से कम नही है बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी हुनर एवं प्रतिभा से कर्इ मुकाम हासिल करते हुए समाज को नर्इ दिशा देने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए ताकि वे अच्छे मार्ग पर चलकर अपना मुकाम हासिल कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि महिला एवं पुरूष की सहभागिता बराबर की है वेदों एवं पुराणों में यह उल्लेख है कि बिना महिला के कोर्इ भी यज्ञ एवं धार्मिक अनुष्ठान सफल नही होता। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में जो बुरार्इया एवं कुरितियां है उनके दूर करने में सभी महिलाओं को आगे आकर उनके कार्य करना है एवं समाज में कोर्इ महिलाओं का उत्पीडन होता है तो उसके लिए भी एकजुट होकर उसका विरोध करना है ताकि कोर्इ व्यक्ति महिला का उत्पीडन न कर सकें। उन्होंने छात्राओं से कहा कि उन्होंने जीवन में जो करने एवं बनने का लक्ष्य रखा है उस लक्ष्य एवं सपने को पूरा करने के लिए र्इमानदारी पूर्वक प्रयास करें जिससे सफलता के उस मुकाम को हासिल किया जा सके।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों से यह भी अपील की कि वे अपने बच्चों को समय दे एवं उनकी विभिन्न समस्याओं को समझे। जिससे बच्चे किसी गलत राह पर न बड़ सके। उन्होंने यह भी कहा कि लड़कियों में होने वाली माहवारी के दौरान उन पर विशेष ध्यान दिया जाय ताकि उनके स्वास्थ पर कोर्इ प्रतीकूल प्रभाव न पड़े। उन्होंने कहा कि पहाड़ों के दूरस्थ क्षेत्रों में माहवारी के दौरान महिलाओं को परिवार से पृथक कर अलग कमरें में रहने को कहा जाता है जो उचित नहीं है समाज की इस मानसिकता को बदलने के लिए आप और हमें एकजूट होकर कार्य करना होगा। यह कोर्इ बीमारी नहीं है बल्कि प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके लिए रूढीवादी मानसिकता न अपनार्इ जाय।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने विभिन्न प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। जिसमें निबंध प्रतियोगिता में प्रथम मनीषा असवाल, द्वितीय भावना, तृतीय स्थान रविना आर्या, पेंटिंग प्रतियोगिता में मंजू धपोला प्रथम, सोनाली द्वितीय, हेमा देव तृतीय, तथा ऐसी आशा कार्यकर्ती एवं सहायिका जिनकी 02 या 02 से अधिक बेटियॉ है उनको जया जोशी, जानकी परिहार, हेमा रौतेला सहित 20 कार्यकर्तीयों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, उप जिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी नीतू भण्डारी, कृषि एवं भूमिसंरक्षण अधिकारी गीतांजलि बंगारी, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी बीपी मौर्या, सहायक निदेशक दुग्ध निर्भय नारायण सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम्या शिल्पी पन्त, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शिखा सुयाल, पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकर सहित अन्य अधिकारी एवं महिलायें मौजूद थी।