बागेश्वर में 200 नाली जमीन के अभाव में रुका खेल स्टेडियम का निर्माण,खेल प्रेमियों में निराशा
बागेश्वर। सालों से खेल स्टेडियम बनने की राह देख रहे खिलाडिय़ों व खेल प्रेमियों के लिए बुरी खबर है। खोली गांव में प्रस्तावित खेल स्टेडियम का निर्माण अब नहीं हो सकेगा। भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने यहां निर्माण कार्य के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया है। जिसके चलते जिले के खेल प्रेमियों में मायूसी है। इधर अनुमति नहीं मिलने के बाद खेल विभाग स्टेडियम निर्माण के लिए अन्यत्र भूमि की तलाश में जुट गया है। खेल स्टेडियम का निर्माण मुयमंत्री की घोषणा में शामिल था। साल 2017 में सीएम ने इसकी घोषणा की थी। जिसके बाद खेल विभाग ने जिला मुयालय से तीन किमी दूर खोली गांव में कुल 3.991 हेक्टेयर जमीन का चयन किया। चयनित जमीन में 3.509 वन क्षेत्र और 0.482 हेक्टेयर नाप जमीन थी। जिसे ग्रामीणों ने स्टेडियम बनाने के लिए दान में देने का निर्णय किया था। विभाग ने यहां स्टेडियम निर्माण के लिए 24 करोड़ का प्रस्ताव बनाया था। जिसमें खेल मैदान, बास्केटबाल कोर्ट, वॉलीबाल कोर्ट सहित अन्य इंडोर गेस का भी प्रबंध किया जाना था। स्टेडियम के साथ यहां छात्रावास और कार्यालय का निर्माण भी किया जाना था। जिला खेल अधिकारी विनोद वल्दिया ने बताया कि यहां स्टेडियम बनने को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान हो गई थी, लेकिन इस साल मई में केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को नॉन साइड स्पेसिक करार देते हुए निरस्त कर दिया। जिसके चलते विभाग की मेहनत और खेल प्रेमियों की उमीदों पर पानी फिर गया है।
अन्यत्र जमीन की तलाश की जाएगी – बागेश्वर। खोली गांव में खेल स्टेडियम बनने का प्रस्ताव निरस्त होने के बाद खेल विभाग ने अन्यत्र जमीन की तलाश शुरु कर दी है। जिला क्रीड़ाधिकारी ने बताया कि बागेश्वर और गरुड़ के एसडीएम को इस बावत जानकारी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि स्टेडियम बनाने के लिए कम से कम 200 नाली जमीन की जरुरत होगी। जो जल्द मिल पाना काफी मुश्किल होगा।