बागेश्वर में वाहन मालिको की मुश्किल, कुल तीन प्रदूषण नियंत्रण जांच केंद्र
बागेश्वर। वाहन अधिनियम के तहत जुर्माने की राशि बढऩे के बाद प्रदूषण जांच नियंत्रण केंद्रों में वाहन चालकों की भीड़ बढऩे लगी है। जिले में कुल तीन प्रदूषण जांच केंद्र हैं। जहां नगर से लेकर 130 किमी दूर के गांवों से भी लोग प्रदूषण जांच कराने व प्रमाण पत्र लेने को आ रहे हैं। जिले के परिवहन विभाग में दुपहिया समेत छोटे-बड़े मिलाकर कुल 15989 वाहन पंजीकृत हैं। जिनमें टैक्सी-मैक्सी से लेकर बस, डंपर और जेसीबी मशीन भी शामिल हैं। नया वाहन अधिनियम लागू होने के बाद से नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बीमा और प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाने को बीमा कार्यालय व जांच केंद्रों का रुख कर रहे हैं। जिला मुयालय में तहसील रोड और भागीरथी बाईपास में दो प्रदूषण नियंत्रण जांच केंद्र स्थापित हैं। जहां प्रतिदिन 50 से 70 लोग प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र बनाने को आ रहे हैं। वहीं गरुड़ के तहसील मुयालय में भी एक प्रदूषण नियंत्रण जांच केंद्र बनाया गया है। जहां पूरे क्षेत्र के लोगों के वाहनों की प्रदूषण जांच की जा रही है। नगर के प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक मनोज जोशी ने बताया कि पहले मैन्युअली छह महीने के प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे। अब इसे ऑनलाइन कर दिया गया है। जिससे बीएस – फोर इंजन वाहनों का प्रदूषण प्रमाण पत्र एक साल की अवधि के लिए बन सकेगा। उन्होंने बताया कि केंद्र में तीन कर्मचारी तैनात हैं, जिससे प्रमाण पत्र बनाने आ रहे वाहन चालकों के किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है। वहीं दूसरे संचालक निर्मल पंत ने बताया कि उनके यहां रोजाना 30 के करीब प्रमाण पत्र बन रहे हैं। जिसमें कांडा, कपकोट क्षेत्र के दूरदराज गांवों से भी लोग पहुंच रहे हैं। दोनों केंद्रों में प्रदूषण जांच व प्रमाण पत्र बनवाने के लिए निर्धारित 100 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है।
90 से 110 किमी दूरी से आ रहे वाहन चालक- बागेश्वर। जिला मुयालयों में बने प्रदूषण जांच केंद्रों में कपकोट, कांडा, दुगनाकुरी और काफलीगैर तहसीलों के लोग भी पहुंच रहे हैं। जिसके चलते शामा, पिंडर घाटी, सरयू घाटी के लोगों को 90 से 110 किमी दूरी भी तय करनी पड़ती है। इसके अलावा 50 से 70 किमी की दूरी से काफलीगैर व दुग नाकुरी तहसीलों से लोग पहुंच रहे हैं।
गरुड़ में एक केंद्र में बन रहे प्रमाण पत्र- गरुड़। ब्लॉक का एकमात्र प्रदूषण नियंत्रण जांच केंद्र टीट बाजार में स्थित है। जहां पूरे क्षेत्र के वाहन चालकों के प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। इस केंद्र में भी बाजार क्षेत्र से लेकर 60 किमी दूर से लोग पहुंच रहे हैं। संचालक विपिन चंद्र तिवारी ने बताया कि केंद्र में ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनने लगे हैं। उपभोक्ताओं से निर्धारित शुल्क ही लिया जा रहा है।