December 22, 2024

बागेश्वर में नई पेंशन स्कीम के विरोध में कर्मचारियों का सत्याग्रह

बागेश्वर। नई पेंशन स्कीम का सरकारी कर्मचारियों ने विरोध तेज कर दिया है। उन्होंने नुमाइशखेत के पास बने स्वराज भवन से पेंशन स्कीम के खिलाफ हुंकार भरी। कर्मचारियों ने हाथों में नई पेंशन के विरोध में लिखे पर्चे पकड़कर विरोध जताया। नौ नवंबर को दिल्ली कूच कर इसके विरोध में सत्याग्रह करने का ऐलान किया। जहां नई पेंशन की दासता से मुक्ति के लिए महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर चलकर संघर्ष किया जाएगा। वर्ष 2005 के बाद लगाई गई पेंशन स्कीम का कर्मचारी पुरजोर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा पुरानी स्कीम के तहत कर्मचारियों को मूल वेतन का आधे भाग के बराबर पेंशन मिलती थी, जबकि नई स्कीम में सरकार कर्मचारी के सौ प्रतिशत फंड में से 40 प्रतिशत भाग को पेंशन के रूप में दे रही है। जिसमें 10-10 प्रतिशत हिस्सेदारी सरकार और कर्मचारी की है। कहा सरकार ने कर्मचारियों को धन यूचल फंड में लगाया है। जो पूरी तरह से बाजार के अधीन है। इस पर भी उन्हें टैक्स देना पड़ रहा है। इस योजना से कर्मचारी को मिलने वाली पेंशन की रकम बेहद कम होगी। जिससे कई सालों की सेवा के बाद बुढ़ापे में उन्हें गुजर बसर के लिए जूझना पड़ेगा। कर्मचारियों ने कहा नई पेंशन स्कीम के विरोध में वृहद स्तर पर सत्याग्रह के लिए नौ नवंबर को दिल्ली कूच का कार्यक्रम रखा गया है। जिसके लिए पूरे जिले के 2005 से भर्ती कर्मचारियों को एकजुट किया जा रहा है। सभी विभागों के कर्मचारियों से सत्याग्रह में शामिल होने का आह्वान किया जा रहा है। कहा दिल्ली में कर्मचारी नई पेंशन स्कीम को हटाने और पुरानी को लागू करने के लिए व्यापक संघर्ष करेंगे। जब तक सरकार कर्मचारी हित में निर्णय नहीं लेगी संघर्ष चलता रहेगा। यहां राशिसं के मंडल अध्यक्ष विजय गोस्वामी, आलोक पांडे, रवि कुमार जोशी, मनोज असवाल, मिलिंद बिष्ट, भैरव दत्त पांडे, रमेश उपाध्याय, रमेश कांडपाल, जगदीश दफौटी, जगदीश जोशी, नंदाबल्लभ जोशी, डॉ. राजीव जोशी, महेंद्र जोशी आदि मौजूद रहे।