अल्मोड़ा। तीन दिवसीय जागेश्वर महोत्सव के दौरान शनिवार देर रात तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जागेश्वर नगरी सराबोर रही। इस दौरान माया उपाध्याय, किशन महिपाल, मीना राणा व गौरव बिष्ट के गायन ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होने अपने कुमाउंनी व गढवाली गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। देर रात में ठण्ड होने के बावजूद भी लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का खूब मजा लिया। इस अवसर पर किशन महिपाल द्वारा फ्योंलडिया त्वे देखी के यों दि उ मन मा, तेरो मेरो साथ छ यो पहलो जनम मा गीत ने दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। पहाडी गायिका माया उपाध्याय ने हाय ककडी दिल मा, बेडू पाको बारू मासा गीत सहित अन्य पहाड़ी एवं गढ़वाली गीतो से लोगो का मन मोह लिया। कार्यक्रम में नन्दादेवी रामलीला कमेटी द्वारा रामलीला मंचन किया गया जिसमें धनुष यज्ञ के प्रसंग का मंचन किया गया जिसको लोगो ने खूब सराहा। इस दौरान अनेक सास्कृृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया
इससे पूर्व आज प्रातः 7ः00 बजे से ध्यान एवं योग कार्यक्रम आयोजित किया गया वहीं प्रातः 7ः00 बजे से ही चमुवा गाॅव से जागेश्वर सांस्कृतिक मंच तक जागेश्वर मिनी मैराथन आयोजित की गयी जिसमें अनेक बच्चों सहित स्थानीय लोगों ने प्रतिभाग किया। प्रातः 10ः00 बजे से मन्दिर प्रबन्धन समिति द्वारा योगा, सिंगल/ग्रुप डान्स (स्कूली छात्र-छात्राओं हेतु), एंेपण, चित्रकला, कबडडी, विभागीय अधिकारियों व मन्दिर पुजारियों हेतु व्याख्यान/गीत संगीत/कविता, कुमाऊनी भोजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान जागेश्वर जटागंगा के समीप अनेक पर्यटन गतिविधियां संचालित की गयी।
इन कार्यक्रमों में उपजिलाधिकारी मोनिका, प्रबन्धक भगवान भटट, उपाध्यक्ष गोविन्द गोपाल, पुजारी प्रतिनिधि भगवान भटट, हरीमोहन भटट, आजीविका केे प्रबन्धक कैलाश भटट, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, सहायक अभियन्ता लोनिवि नरेन्द्र कुमार, डा0 अजीत तिवारी, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विभु कृष्णा, कैलाश डोलिया, बृजेश डसीला ने किया।