गरुड़ में निर्माणाधीन पेयजल योजना में मानकों की अनदेखी का आरोप
बागेश्वर। निर्माणाधीन गरुड़ बृहद पेयजल योजना पर मानकों की अनदेखी का आरोप लग रहा है। ग्रामीणों ने कहा योजना में कम क्षमता के पाइप लगाए जा रहे हैं। उन्हें जमीन में गाडऩे की बजाय हल्का दबाया जा रहा है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से निर्माण कार्यों की जांच कर गुणवत्ता पूर्वक कार्य कराने की मांग की। बृहद पेयजल योजना के निर्माण को लंबे समय से कवायद चल रही थी, लेकिन निर्माण कार्य शुरू होते ही इस पर विवाद भी होने लगा है। 10 करोड़ की लागत से बन रही इस योजना से क्षेत्र के 24 गांवों की जनता लाभांवित होगी। माल्दे ग्राम सभा में गोमती नदी से इसका निर्माण हो रहा है। यहां से पानी अणा गांव में बने टैंकों में जाएगा। जहां से उसे माल्दे, अणा, नौघर, गरुड़ बाजार, टीट बाजार, स्याल्दे टीट, पाये, गढ़सेर, दर्शानी, बिमौला, पचना, भकुनखोला, मेलाडुंगरी सहित आसपास के दो दर्जन गांवों में सप्लाई किया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया इतनी बड़ी योजना बनाने में पाइप लाइनों की क्षमता भी अधिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कार्यदायी संस्था कम क्षमता के पाइप लगा रही है। उन्हें ठीक तरह से जमीन में गाड़ा नहीं जा रहा है। हल्की खुदाई के बाद मिट्टी से ढक दिया गया है। जिससे कई स्थानों में पाइप लाइन सतह पर दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना से करीब 1000 परिवार व सात हजार से अधिक की आबादी को पानी दिया जाना है। अगर निर्माण के समय मानकों की अनदेखी की जाएगी तो योजना बनाने का कोई लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा पूर्व में भी निर्माण कार्य की जांच को लेकर एसडीएम के माध्यम से डीएम को ज्ञापन दिया गया था। जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जल्द मामले का संज्ञान नहीं लेने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
वृहद पेयजल योजना के निर्माण कार्यों का धरातलीय निरीक्षण किया जाएगा। मानकों में अनदेखी सामने आई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। – हेम चंद्र, एई, जल निगम।