November 22, 2024

वनाग्नि रोकने के लिए चलाएं अभियान: एडीएम 

अल्मोड़ा। वनों में वनाग्नि दुर्घटनाओं से प्रति वर्ष बहुमूल्य राष्ट्रीय सपदा की अपूर्णनीय क्षति होती है। इसको रोकने के लिये हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। यह बात अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल ने जिला कार्यालय में आयोजित वनाग्नि से संबंधित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि आग की घटनाओं में कमी लाने के लिए हमें जागरूकता अभियान भी चलाने होंगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा प्रभागीय स्तर पर वन प्रबन्धन अग्नि योजना का प्रभावी ढग़ से तैयारी की जाती है फिर भी अगर ग्राम स्तर पर प्रत्येक व्यक्ति वनाग्नि के प्रति जागरूक हो तो इसे रोका जा सकता है। अकेले वन विभाग ही वनाग्नि से निपटने में असमर्थ है। उन्होंने एनसीसी/एनडीआरएफ महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, वन पंचायत और स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आकर इसके नियंत्रण में भागीदारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभाग के हर संभव मदद दी जायेगी। एडीएम ने कहा कि जंगलों में आग लगने के प्रमुख कारणों में नई घास के लिये सूखी घास को जलाना, जंगलों में आने-जाने वाले लोगों द्वारा जली बीडी सिगरेट को फैंकना, लकडी तस्करों द्वारा पेड़ की जड़ों पर आग लगाकर पेड़ गिरना और बिखरी पत्तियों को जलाना है। इसके लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक किया जाय ताकि वनाग्नि को रोका जा सके। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि काल के समय कुछ शरारती तत्वों द्वारा भी जान-बूझ कर आग लगायी जाती है ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कडी कार्यवाही की जाय। बैठक में वनाधिकारी सिविल सोयम केएस रावत, प्रभागीय वनाधिकारी भूमि एवं वन संरक्षण रानीखेत उमेश चन्द्र जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी भूपाल सिंह बिष्ट, वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा, अधिशासी अभियन्ता विजय कुमार, ईओ नगरपालिका श्याम सुन्दर, मुय प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, दीपक तिवारी आदि मौजूद रहे।

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