October 23, 2024

दून में आईबीए और सरकार के खिलाफ गरजे बैंक कर्मचारी

देहरादून। वेतन वृद्धि और काम के घंटे तय करने सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शुक्रवार को विभिन्न बैंकों में कामकाज पूरी ठप रहा। इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड में इंडियन बैंक एसोसिएशन(आईबीए) और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर नौ बैंक यूनियनों से जुड़े कर्मचारी परेड ग्राउंड पहुंचे। जहां आईबीए और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि पिछले तीन साल से वेतन वृद्धि, काम के घंटे तय करने, विशेष भत्तों को बेसिक पे में समायोजित करने आदि की मांग कर रहे हैं। लेकिन आईबीए और सरकार दोनों उनकी न्यायोचित मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। कहा कि बैंक कर्मचारियों से ही आईबीए का अस्तित्व है। न की आईबीए से बैंक कर्मचारी हैं। उन्होंने हड़ताल के कारण बैंक उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों के लिए सरकार को जिमेदार ठहराया। इस दौरान आईबीए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जल्द मांगों का निराकरण नहीं होने पर उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शन में नौ बैंक यूनियन से जुड़े करीब डेढ़ हजार से अधिक कर्मचारी शामिल हुए। प्रदर्शन करने वालों में यूएफबीयू के सह संयोजक वीके जोशी के अलावा विभिन्न बैंक यूनियनों के प्रमोद कुकरेती, हरीओम रेखी, विनोद बहुुगुणा, अनिल जैन, सीके जोशी, राजन पुंडीर, डीएस तोमर, ललित बडोनी, विनय शर्मा, एमएल नौटियाल, एसएस रजवार, आरपी शर्मा, आरके गैरोला, यूएन उनियाल, सुधीर रावत आदि रहे। इन्सेटधरने के बाद बैंक पहुंचे पर काम नहीं किया परेड ग्राउंड में बैंक यूनियनों का धरना प्रदर्शन शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे से शुरू होकर पौने एक बजे तक चला। करीब सवा दो घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद कई बैंकों के कर्मचारी बैंक पहुंचे।
लेकिन उन्होंने कामकाज नहीं किया। राजपुर रोड स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में पहुंचे एक कर्मचारी ने कहा नो वर्क, नो पे लागू है, जब वेतन नहीं मिलना तो काम क्यों करना। इन बैंकों पर ठप कामकाज यूएफबीयू के संयोजक समरदर्शी बड़थ्वाल ने कहा कि हड़ताल में एसबीआई, पीएनबी, ओबीसी, यूको बैंक, यूनियन, बीओबी, बीओआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आंध्र बैंक, देना बैंका, विजया बैंक आदि सभी बड़े बैंक के कर्मचारी शामिल है। कहा कि आईबीए कई बार वार्ता के लिए बुला चुका है। लेकिन वार्ता का कोई हल नहीं निकल रहा है। उन्होंने जल्द मांगों का निस्तारण नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। हड़ताल से आम उपभोक्ता परेशानबैंक कर्मचारियों की हड़ताल से उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। बैंकों में लेन-देन सहित सभी काम पूरी तरह ठप रहे। दिहाड़ी मजदूरी से जुड़े अधिकांश लोगों को बैंक हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं थी। जब वह बैंक पहुंचे तो कई बैंकों में सुुबह से ताले लटके हुए थे, इसका कारण उन्हें फजीहत झेलनी पड़ी।तीन सौ करोड का लेन देन प्रभावितबैंक कर्मियों की हड़ताल की वजह से करीब तीन सौ करोड़ रूपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। बैंक में चेक क्लियरेंस, नकद जमा, निकासी जैसे काम काज पूरी तरह प्रभावित रहे।