भाषा पर मजबूत पकड़ बनाये शिक्षक व बच्चे : जिलाधिकारी
बागेश्वर । बच्चों को बेहतर शिक्षा सरल एवं सुगम रूप में मिले ताकि, उनका सर्वागीण विकास हों इसके लिए यह आवश्यक है कि शिक्षकों की शिक्षण शैली विशेषकर भाषा शैली न केवल मजबूत हों बल्कि प्रभावी भी हों यह बात जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय भाषा संगोष्ठी के समापन के अवसर पर कहीं। जिलाधिकारी ने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा से ही एक बेहतर मुकाम व सफल जीवन को प्राप्त किया जा सकता हैं जिसकी नींव विद्यालय स्तर पर तैयार होती है, इसके लिए यह आवश्यक है कि शिक्षको के द्वारा शिक्षण कार्य को न केवल सरल व सुगम रूप में सम्पादित किया जाय बल्कि भाषायी ज्ञान पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि वर्तमान सूचना प्रौद्योगिकी युग में यह आवश्यक हैं कि हमारी पकड अधिक से अधिक भाषा पर हों ताकि संप्रेषण में भाषीय स्तर की कोर्इ बाधा न आयें। इसमें बात पर विशेष बल दिया जाय कि हमारी मातृ भाषा हिन्दी के विभिन्न व्याकरणीय पहलुओं को बच्चें जाने और साथ ही अंग्रेजी जैसी भाषा पर भी बेहतर पकड़ बनायें। उन्होंने प्रतिभागियों को निर्देश्ति करते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि वे अपने क्षेत्रों में विशेष संबंधित स्कूलों आदि में प्रशिक्षण में प्राप्त हुए विभिन्न पहलुओं को बच्चों को सिखायें, ताकि बच्चें भी भाषा से संबंधित विभिन्न तकनीकि पहलुओं को सीख सकें। और एक मजबूत भाषीय पकड़ प्राप्त कर सकें।जिलाधिकारी ने संगोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले शिक्षको से संवाद करते हुए कहा कि संप्रेषण में भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका हैं इसलिए भाषा के विभिन्न तकनीकि पहलुओं को जानना एवं उनके बारें में बच्चों को सिखाना बहुत जरूरी हैं। और उन्होंने कहा कि हमें भाषा के क्षेत्र में नये पहलुओ पर विचार करते हुए नवाचार को बढावा देना चाहिए, साथ ही शब्दों के उच्चारण एवं मात्राओ के ज्ञान के साथ-साथ चित्रकारी आदि के माध्यम से भी बच्चों में भाषायी ज्ञान को बढावा दिया जाना चाहिए। जिलाधिकारी ने दो दिवसीय राज्य स्तरीय भाषा संगोष्ठी के समापन के अवसर पर शिक्षा शिक्षा एवं प्रशिक्षण द्वारा तैयार की गयी हिन्दी भाषा प्रशिक्षण पैकेज पुस्तक ओजस तथा प्रारंभिक बाल विज्ञान मेला मैनुवल जैसी पुस्तको का अनावरण किया। उन्होंने संगोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले विभिन्न प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र आदि देकर सम्मानित भी किया। उल्लेखनीय हैं कि जिलाधिकारी द्वारा जनपद में शिक्षा की उच्च गुणवत्ता को बनाने एवं शिक्षकों की भाषा पकड को मजबूत करने के लिए डायट को भाषा संगोष्ठी कराने के निर्देश दिये गये थें जिसके अनुरूप जनपद बागेश्वर में दो दिवसीय संगोष्ठी का अयोजन किया गया। भाषा संगोष्ठी के इस आयोजन में प्राचार्य डायट एस0बी0जोशी ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद में जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार हेतु विशेष प्रयास किया जा रहा हैं इसी की परिणती हैं कि राज्य स्तरीय भाषा संगोष्ठी का आयोजन जनपद बागेश्वर में संपन्न हुआ। उन्होंने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि उत्तराखंड राज्य के समस्त जनपदों के शिक्षकों एंव डायट अधिकारियों के द्वारा इस भाषा संगोष्ठी में प्रतिभाग किया गया हैं, जिसमें 40 से अधिक भाषायी लेख एवं शोध पत्र प्राप्त हुए। इस पूरे प्रशिक्षण के दौरान लगभग 110 प्रतिभागियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि संगोष्ठी में मध्य प्रदेश के प्राचार्य गुरूवचन सिंह व दिल्ली की शारदा ने अपने व्याख्यानों के द्वारा भाषायी संगोष्ठी में न केवल प्रकाश डाला बल्कि संप्रेषण की विभिन्न बारिकियों से भी प्रतिभागियोंं को अवगत कराया। इस अवसर पर अपर निदेश शिक्षा शिक्षा रघुनाथ आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी, प्रभारी डी0आर0यू0 के0एस0रावत, प्रवक्ता राजीव जोशी, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा सहित विभन्न जिलों से आये प्राचार्य एवं डायट के अन्य कर्मचारी मौजूद रहें।