December 22, 2024

कोरोना से लडऩे के लिए दुरुस्त रखें व्यवस्थाएं:  मुख्य सचिव 

बागेश्वर।  मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कोराना वायरस की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना को देश व प्रदेश में महामारी घोषित किया गया है। जिसे देखते हुए इससे लडऩे के लिए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त होनी चाहिए। उन्होंने डीएम व सीएमओ से अस्पतालाओं का स्वयं निरीक्षण करने सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को कहा। अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड के साथ ही दवा, उपकरण, मास्क आदि की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को मुय सचिव ने अपने-अपने जिलों में सेनेटाइज करने के लिए पर्याप्त मात्रा में सोडियम क्लोराइड की व्यवस्था करने को कहा। अस्पताल, तहसील, मुय बाजारों व अन्य सार्वजनिक स्थलों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरुकता होर्डिंग्स, बोर्ड आदि लगातार प्रचार प्रसार करने को कहा। लोगों के बीच पंफलेट बांटने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नगर निकायों को अपने क्षेत्रों में स्प्रे व सेनेटाइज करने, सफाई कर्मचारियों को मास्क व उपकरण देने को कहा। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खुले में खाद्य सामग्री की बिक्री रोकने के लिए नियमित चेकिंग अभियान चलाने व जिला पूर्ति अधिकारी को आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी व कालाबाजारी रोकने के लिए जिले में चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिला पर्यटन अधिकारी को सैलानियों पर विशेष नजर रखने, एआरटीओ से टैक्सी यूनियन के माध्यम से स्टैंडों में जागरूकता फैलाने व टैक्सी, बस आदि वाहनों को सेनेटाइज रखने को कहा। पुलिस महानिरीक्षक अनिल रतूड़ी ने कहा कि एसडीआरएफ के माध्यम से जिलों में पुलिस, होमगार्ड, सीआरपीएफ कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने पुलिस लाइन, बटालियन, थानों व कार्यालयों को नियमित सेनेटाइज करने के निर्देश दिए। इस मौके पर एसपी रचिता जुयाल, सीडीओ डीडी पंत, एडीएम राहुल कुमार गोयल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
व्यायामशाला, कोचिंग संस्थान 31 तक बंद:- जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने जिले के सभी कोचिंग संस्थान, व्यायामशाला, मॉल और नृत्यशालाओं को 31 मार्च तक बंद रखने के निर्देश सभी परिसर स्वामियों, संचालकों व प्रबंधकों को दिए। उन्होंने कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने पर आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कोरोना वायरस को महामारी घोषित होने के चलते सभी कार्यालयाध्यक्षों और जिलास्तरीय अधिकारियों को अगले आदेश तक जिला मुयालय में बने रहने और किसी भी प्रकार के अवकाश पर नहीं जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अपरिहार्य कारणों में भी अधिकारी पूर्वानुमति के बिना मुयालय से बाहर नहीं जाएंगे और उस अवकाश अवधि में भी अपना मोबाइल ऑन रखने के निर्देश दिए।