डीजीपी की चेतावनी का बड़ा असर,-मंगलौर में पचास जमाती होम क्वारंटाइन
रुडकी। डीजीपी की ओर से की गई अपील और कार्रवाई की चेतावनी का असर मंगलौर में दिखाई दिया। यहां पर 50 से अधिक लोग स्वयं ही निकलकर सामने आए। उन्होंने मेडिकल कराने की पेशकश की। हालांकि सभी लोग पिछले काफी दिनों से यहां पर आए हुए हैं तथा इनमें जांच के दौरान किसी में भी लक्षण नहीं पाए गए हैं। सभी को अपने घरों पर रहने की सलाह दी गई है। सोमवार को स्थानीय अभिसूचना इकाई और पुलिस के पास सूचना मिली कि नगर के विभिन्न मोहल्लों में पूर्व में जमात में शामिल हुए लोग अपना मेडिकल परीक्षण कराना चाहते हैं। जिसके बाद पुलिस ने इन सभी लोगों को कोतवाली के पीछे एक बाग में जमा किया। डॉ. उस्मान के नेतृत्व में सभी का मेडिकल परीक्षण किया गया। किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण प्राथमिक जांच में नहीं पाए गए हैं। इन सभी लोगों को घरों पर रहने की सलाह दी गई है। प्रभारी निरीक्षक मंगलौर प्रदीप चौहान, अभिसूचना इकाई के स्थानीय प्रभारी गुलफाम अली ने बताया कि सभी लोगों को घरों पर रहने की सलाह दी गई है।
युवक का पिता आइसोलेट
पनियाला गांव के जिस कोरोना पॉजीटिव युवक के संपर्क में आए नगर के मलकपुरा निवासी युवक आया था उसके पिता को भी पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद आइसोलेट कर दिया है। दो दिन पूर्व पनियाला गांव निवासी जिस युवक की मेडिकल रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई थी उसी के संपर्क में आए मंगलौर के युवक और उसके परिवार को पुलिस ने आइसोलेट कर पूरे मोहल्ले को सील कर दिया है। पुलिस दो दिनों से युवक के पिता को तलाश कर रही थी। लेकिन उसका पता नहीं चल रहा था। स्थानीय अभिसूचना इकाई को उसके पिता के बारे में पता चला। इसके बाद मेडिकल परीक्षण के बाद उसे भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। इंस्पेक्टर मंगलौर प्रदीप चौहान ने बताया कि नगर के मोहल्ला मलकपुरा को पूरी तरह से सील किया गया है। यदि किसी ने भी उल्लंघन करने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा उन्होंने कहा कि जब तक आइसोलेशन में गए लोगों की रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती उस समय तक कोई ढील नहीं दी जा सकती है।