बागेश्वर में परेशान ग्रामप्रधानों ने डीएम को ज्ञापन सौंप की प्रवासियों को तहसील या जिला स्तर पर क्वारंटाइन कराने की मांग
बागेश्वर। बाहर से आने वालों को होम क्वारंटाइन कराया जा रहा है। प्रशासन ने उनकी निगरानी की जिमेदारी ग्राम प्रधानों को दी है। यही जिमेदारी अब प्रधानों के गले की फांस बन गई है। होम क्वारंटाइन कराए गए अधिकांश लोग नियम तोड़कर गांव में घूम रहे हैं। प्रधानों के कहे का भी उन पर कोई असर नहीं हो रहा है। परेशान प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन देकर प्रवासियों को तहसील या जिला स्तर पर क्वारंटाइन कराने की मांग की। ग्राम प्रधानों के शिष्टमंडल ने डीएम को ज्ञापन भेजा। उन्होंने बताया कि इन दिनों जिले के हर गांव में बाहरी लोगों का आना हो रहा है। कुछ गांवों में प्रधान व ग्राम समिति के सदस्यों की एकजुटता से उन्हें विद्यालय या पंचायत घर में ठहराया जा रहा है, लेकिन अधिकांश गांवों में वह अपने घर पर ही रह रहे हैं। बताया कि होम क्वारंटाइन का नोटिस होने के बाद कई लोग पूरा दिन गांव में घूम रहे हैं। वह परिवार के साथ भी घुलमिलकर रह रहे हैं। जिससे वह पूरे गांव के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को तहसील या जिला स्तर पर ही क्वारंटाइन करने या उनकी निगरानी के लिए पुलिस प्रशासन को तैनात करने की मांग की। इस मौके पर ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष केदार महर, ग्राम प्रधान गोविंद राम, नरेंद्र कोहली, भूपाल ऐरी, प्रताप मेहता, जगदीश बाफिला आदि मौजूद रहे।