ताड़ीखेत के गांवों में उन्नत दलहन की खेती की कवायद शुरू
अल्मोड़ा। ताड़ीखेत ब्लॉक के चयनित गांवों में किसानों की आर्थिकी सुधारने के लिए उन्नत दलहन उत्पादन की कवायद शुरू हो गई है। गांवों में होप संस्था द्वारा किसानों को पावर वीडर से जुताई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दक्ष होने के बाद किसान पावर वीडर से एक घंटे में 12 नाली से अधिक खेतों की जुताई कर सकेंगे।
बता दें जून में दलहन की बुआई शुरू होगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार तथा होप संस्था की ओर से ताड़ीखेत के शिलंगी, हिड़ाम, बयेड़ी, मटेला-मनिहार व ग्राम सौखोला को दलहन की उन्नत की खेती के लिए चयनित किया गया है। इन गांवों में दलहन की वैज्ञानिक खेती के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की योजना है। भूमि के चयन के बाद इन गांवों में एक-एक पावर वीडर उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में होप संस्था द्वारा विशेषज्ञों के माध्यम से किसानों को पावर वीडर से जुताई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। होप के निदेशक पीसी जोशी ने कहा दक्ष होने के बाद प्रशिक्षित कास्तकार एक घंटे में 12 नाली तक भूमि की जुताई कर सकते हैं। 75 सेमी की यह जुताई बैलों द्वारा की गई जुताई से कहीं अधिक बेहतर भी होगी। इसके अलावा किसानों को पावर वीडर की तकनीकी जानकारी और फॉल्ट में सुधार का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जून प्रथम-द्वितीय सप्ताह में अगला प्रशिक्षण देने के बाद दलहन की बुआई शुरू की जाएगी।