November 21, 2024

किताबो के साथ खेल भी जरूरी : जिलाधिकारी

 

बागेश्वर ।  ( आखरीआंख समाचार) जिलाधिकारी रंजना राजगुरू द्वारा आाज स्थानीय कुमाऊं केसरी पंडित बद्रीदत्त पाण्डे राजकीय स्नातकेात्तर महाविद्यालय बागेश्वर का वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता एन.सी.सी, एन.एस.एस व महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के मार्च पास्ट की सलामी व मसाल जलाकर शुभारम्भ किया गया। अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी खिलाडियों को खेलों को एक खेल भावना से खेलना चाहिए। खेल में जीत-हार कोर्इ मायने नही रखती है मायने यह रखता है कि आपने कितने दृढ इच्छा शक्ति से प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। और कहा कि प्रत्येक खेलो से हमारी सामाजिकता को विकास होता हैं तथा खेल हमें यह भी शिक्षा देता है कि हम लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर समाज में किस तरह से जीवन यापन कर सकते है तथा किस तरह से एक-दूसरे के सहयोगी बन कर रह सकते हैंं। खेलो से मनुष्य के अन्दर दृढ इच्छा शक्ति का संचार के साथ-साथ अनुशासन की भी सीख मिलती है। खिलाडियो को हमेशा अनुशासित होकर खेलो को खेलने के साथ-साथ अपने निजी जीवन में भी अनुशासित रहना चाहिए। जो व्यक्ति अनुशासित होकर कार्य करता है नि:संदेह प्रगति के पथ पर निरंतर चलता रहता है। तथा अनुशासित होकर सभी छात्र-छा़त्राओं को अपने माता-पिता व गुरूजनों का कहना मानकर जिस उद्देश्य के लिए के लिए आप विद्या के मंदिर में आते है उस उद्देश्य के अनुरूप अनुशासित होकर रहना चाहिए तथा हर चीज को एक चैलेंज के रूप में लेकर आगे बढना चाहिए तभी सफलता मिल सकती है। और कहा कि सभी छात्र-छा़त्राओं को खेलो के साथ-साथ पुस्तकालयों में जाकर किताबों का निरंतर अध्ययन करना चािहए किताबें हमारी एक अच्छी मित्र होती है। अध्ययन करने से हमें कुछ न कुछ सीख मिलती है और अध्ययन हमें आगे बढने के लिए प्रेरित करती व कर्इ जानकारियां प्राप्त होती है। विद्या की देवी ऐसी होती है जो किसी को भी कहीं से कहीं पहुंचा सकती है। खेल प्रतियोगिता भी पढार्इ का ही हिस्सा है इसलिए सभी लोगों को स्वंय व दूसरों के लिए अच्छा सोचना चाहिए जो खेल से ही सम्भव है। और नियमित आधार पर खेल खेलना एक व्यक्ति के चरित्र और स्वास्थ निर्माण में मदद करता है।जिससे हम अपने कार्यो को दिन भर क्रियात्मक रूप से कर पाते हैं। जिलाधिकारी द्वारा छात्र-छा़त्रओं की 800 मीटर दौड प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर रहे क्रमश: सागर गोस्वामी, रोहन कुमार, हिमांशु व पिंकी टगडिया, दिप्ती पिल्खववाल, मनीषा टगडिया तथा विश्वविद्यालय की चैंपियन खो-खो एवं हैंड बाॉल प्रतियोगिता की महिला टीम को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर जिला क्रीडा अधिकारी विनोद वल्दिया, प्राचार्य डॉ0 एस.सी पंत, डॉ0 रंजना शाह, डॉ0 भगवती नेगी, डॉ0 दीप कुमारी, डॉ0 योगेश पाण्डे, डॉ0 हेमलता पाण्डे आदि लोग मौजूद थें। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 बी.सी तिवारी द्वारा किया गया।