पहाड़ में जंगली जानवरों का आतंक: भीमताल में गोठ में घुसकर गुलदार ने मारी 47 बकरियां
नैनीताल। भीमताल ब्लॉक के जलालगांव में मंगलवार रात गुलदार ने एक किसान की पशुशाला में बंद 45 बकरियों को एक साथ मार डाला। 18 बकरियां गंभीर घायल और 25 लापता हैं। वन विभाग समेत जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र का दौरा किया। ग्रामीणों ने पीडि़त के लिये पांच लाख रुपये मुआवजे की मांग की है। मंगलवार रात गुलदार ने पशुपालक लक्ष्मण सिंह की गोठ (पशुशाला) में बंद 45 बकरियों को एक साथ मार डाला। जबकि 18 बकरियां घायल हो गई। पशुपालक लक्ष्मण ने बताया गोठ में कुल 90 बकरियां बंद थी। इसमें से 25 बकरियां गायब हैं। सुबह पशुशाला का नजारा देखा तो उसके होश उड़ गए। इसके बाद ग्राम प्रधान गिरधर सिंह की सूचना पर रामनगर वन प्रभाग के कालाढूंगी रेंज की टीम मौके पर पहुंची। रेंजर अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि मौके पर 47 बकरियों के शव बरामद हुए हैं। जबकि 18 बकरियां घायल अवस्था में मिली हैं। गुलदार के बकरियों को मारे जाने के मौके पर प्रमाण मिले हैं। मृत बकरियों का पंचनामा भरकर दफना दिए हैं। घायल बकरियों का उपचार कराया जा रहा है। वन विभाग मामले की जांच कर रहा है। गांव में सुरक्षा को लेकर गश्त तेज की जाएगी। इस बीच स्थानीय लोगों ने वन विभाग से पीडि़त को मुआवजा देने की मांग की है।
गुलदार से सुरक्षा की मांग
-गांव के कमलेश पांडे, हरीश जोशी, राजीव जोशी, दलीप सिंह, लाल सिंह, श्याम सिंह, जगत सिंह, गणेश सिंह, रघुवर, हरीश, भास्कर जोशी वन विभाग के अधिकारियों से क्षेत्र को गुलदार के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है। कहा कि शीघ्र ही यहां जाल लगाकर गुलदार को पकड़ा जाए।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर वनक्षेत्राधिकारी से ब्योरा मांगा गया है। मानकों के अनुरूप प्रभावित परिवार को प्रति बकरा 3 हजार के हिसाब से मुआवजा देने की कार्रवाई की जाएगी। जबकि गुलदार के आतंक पर नियंत्रण को क्षेत्र में गश्त के निर्देश दिए गए हैं।
– पराग मधुकर धकाते, वन संरक्षक
-पीडि़त परिवार की मांग पर वनाधिकारियों को मुआवजा देने की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही क्षेत्रवासियों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने को कहा है। – अजय भट्ट, सांसद नैनीताल