June 29, 2024

पहाड़ में अब फूलों की खेती का रुख कर रहे किसान

बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार )  जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज विकास खण्ड बागेश्वर के ग्राम छाती मनकोट में उद्यान विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओ के तहत उन्नत किसान राजेश चौबे द्वारा लगभग 15 नाली भूमि पर की जा रही फूलों की खेती सहित अन्य बागवानी का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने जडियागाड नामक स्थान मे की जा रही गेदा, गुलदावरी फूलो की खेती, पॉलीाहाऊस, नीबू, संतरा माल्टा, अमरूद, आडू आदि की बागवानी का निरीक्षण किया। श्री चौबे के द्वारा उद्यानीकरण को देखकर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया। उन्होने उन्नत किसान राजेश चौबे से कहा कि वे अपने साथ-साथ गांव के अन्य किसानों को भी कृषि कार्य में जोडे व अन्य युवाओं को भी खेती की ओर बढने के लिए प्रेरित करें ताकि लोगो को रोजगार के लिए बाहर न जाना पडे और लोगो को रोजगार घर पर ही मिल सके और कहा कि लोगो को अपने उत्पादो के लिए अच्छा बाजार मिल सके इसके लिए इसका बैनरो व फ्लैक्सी के माध्यम से प्रचार व प्रसार भी करें। उन्नत किसान राजेश चौबे ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि वह बागवानी व कृषि के क्षेत्र मे विगत 12 वर्षो से कार्य कर रहे है इस दौरान उन्होने अपने कार्य क्षेत्र का विस्तार करने के साथ-साथ अपनी बागवानी में लगे पौधों को अन्य समीपवर्ती क्षेत्र के लोगो को वितरित कर उन लोगो को बागवानी व कृषि क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने उन्नत किसान की कार्यो की सराहना करते हुए उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड का पहाडी क्षेत्र जैव-विविधता में समद्ध स्रोत के साथ कृषि के लिए महान क्षमता रखता है और यहां की अधिकांश जनसंख्यया कृषि पर निर्भर है व खेती एक अच्छा रोजगार है इसलिए विभाग द्वारा चलार्इ जा रही विभिन्न योजनाओ का व्यापक रूप से प्रचार और प्रसार करते हुए आधिक से अधिक लोगो को जोडते हुए उन्हे प्रेरित करें किसानो को खेती व बागवानी के साथ-साथ अन्य क्रिया-कलापो में भी जोडे। और जमीनी हकीकत पर आधारित रणनीति तैयार करें जिसका उद्देश्य आजीविका सुरक्षित करने पर ध्यान केन्द्रित हो तथा अधिक से अधिक लोगो को रोजगार मिल सके। निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, उपजिलाधिकारी काण्डा रिंकु विष्ट, जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, जिला पूर्ती अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, राजेश चौबे, कमल पाण्डे आदि मौजूद थे ।