November 22, 2024

57 घंटे बाद 132 गांवों की बिजली आपूर्ति सुचारू

बागेश्वर। कांडा तहसील के बनलेख, विजयपुर और कांडा बिजलीघरों को जाने वाली 33 हजार वोल्ट की मुय लाइन भूस्खलन की चपेट में आ गई। इस कारण 190 गांवों की बिजली तीन दिन पहले गुल हो गई। विभाग ने 57 घंटे बाद बचे सभी 132 गांवों की बिजली आपूर्ति कर दी है। भूस्खलन से विभाग को भी करीब साढ़े चार लाख रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश के दौरान ग्रामीणों ने बगैर बिजली, संचार सेवा के ही रात काटी। इन दिनों क्षेत्र में बारिश भी जमकर हो रही है। इससे लोग दहशत में रहे। मालूम हो कि 16 अगस्त की सुबह नौ बजे कांडा, दुग-नाकुरी तहसील के 190 गांवों की बिजली एकाएक गुल हो गई। घिंघारूतोला के पास खडिय़ा खदानों के ऊपरी भाग भूस्योली गांव में भूस्खलन के काराण बिजली की आठ पोल दब गए। सूचना के बाद विभाग लाइन की मरमत में जुट गई। 17 अगस्त को विभाग ने करीब 58 गांवों में बिजली आपूर्ति सुचरु की। अन्य गांव अंधेरे में डूबे रहे। 18 अगस्त के दोपहर दुग-नाकुरी तहसील के गांवों में आपूर्ति बहाल हुई। देर शाम 57 घंटे बाद सभी 132 गांवों की बिजली आपूर्ति सुचारु हो पाई। तीन दिन तक क्षेत्र के लोग बगैर बिजली और संचार सेवाओं के रहे। बिजली नहीं आने से अधिकतर लोगों के मोबाइन रिचार्ज के अभाव में बंद हो गए। क्षेत्र में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। लोग क्षेत्र में होने वाले नुकसान की जानकारी भी प्रशासन तक नहीं पहुंचा पाए।
मुस्योली में भूस्खलन से आठ बिजली के पोल दब गए। उन पोलों की जगह नये पोल लगाए गए। 57 घंटे बाद आपूर्ति सुचारु हो पाई है। विभाग को भी भूस्खलन के कारण करीब साढ़े चार लाख का नुकसान हुआ है। – भाष्कर पांडेय, ईई ऊर्जा निगम बागेश्वर।