खुली बहस के निमंत्रण पर नहीं पहुँचे कैबिनेट मंत्री कौशिक
-अगर उत्तराखंड में कुछ काम हुआ होता तो सामने आकर वह बताते : सिसोदिया
देहरादून। उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और दिल्ली के उप मुयमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच दोनों रायों के विकास मॉडल को लेकर चार जनवरी को होने वाली खुली बहस नहीं हो पाई। केजरीवाल बनाम उत्तराखंड सरकार मॉडल पर खुली बहस के लिए सोमवार को देहरादून स्थित ऑडिटोरियम पहुंचे डिप्टी सीएम सिसोदिया कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का इंतजार करते रहे। 40 मिनट तक कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का इंतजार करने के बाद मनीष सिसोदिया वहां से चले गए। खुली बहस में कैबिनेट मंत्री के न पहुंचने पर उप मुयमंत्री ने त्रिवेंद्र सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड में कुछ काम हुआ होता तो सामने आकर वह बताते। इसके बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया त्रिवेंद्र सरकार के विधानसभा क्षेत्र डोईवाला के जीवनवाला, लालतप्पड़ में एक सरकार स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे। सिसोदिया ने यहां स्कूल की दशा देखी और कहा कि जब सीएम की विधानसभा के सरकारी स्कूल का यह हाल है तो फिर बाकी प्रदेश के स्कूल की हालत क्या होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है। सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदया ने कहा कि अब वह 2022 के चुनाव में सरकार से यहां के विकास का हाल पूछेंगे। आप सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कैबिनेट मंत्री कौशिक ने दिल्ली में खुली बहस करने की दी थी चुनौती: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदया ने उत्तराखंड में विकास पर खुली बहस के लिए उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री को चुनौती दी थी। इसको कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने स्वीकार भी कर लिया था। मंत्री कौशिक ने कहा था कि उत्तराखंड बनाम दिल्ली मॉडल पर चर्चा के लिए वह खुद दिल्ली जाएंगे। दिल्ली के उपमुयमंत्री सिसोदिया के चार जनवरी को देहरादून में बहस के लिए तारीख तय करने से कुछ नहीं होता। आपको बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लडऩे का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी भाजपा पर सियासी हमले कर रही है। पिछले महीने देहरादून आए आप नेता और दिल्ली केउपमुयमंत्री मनीष सिसोदिया ने राय सरकार पर विकास के मोर्चे पर नाकाम होने का आरोप लगाया था। उत्तराखंड और दिल्ली के मॉडल पर खुली बहस की चुनौती दी थी। इसे शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने स्वीकार किया था।
मदन कौशिक ने दिल्ली सरकार पर साधा था निशाना: शनिवार को रुड़की में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने दिल्ली सरकार पर निशान साधा था। वह बोले, दिल्ली में स्कूल-अस्पताल की हालत बदहाल है। दिल्ली का जो स्वास्थ्य मॉडल है उससे ही वहां कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सका। कोरोना का सबसे अधिक असर दिल्ली में ही रहा। उत्तराखंड सरकार ने कोरोना से लेकर स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है।