गरुड़ बैजनाथ झील में 4 व्यक्तयों वाली 6 नावें अप्रैल तक शुरू की जाये: डीएम बागेश्वर
बागेश्वर गरुड़ । जनपद में स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक रोजगार करने एवं साहसिक खेल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के दृष्टिगत जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में जिला साहसिक खेल प्रबन्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुर्इ। उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी की प्राथमिकताओं में सम्मलित रोजगार एवं पर्यटन गतिविधियों के दृष्टिगत बैजनाथ झील में नौकायान/बोटिंग किये जाने हेतु एक मजबूत रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा है, जिसमें ओपन रूफ रैस्टोरेन्ट एवं ओपन एमपीथियेटर जैसी गतिविधियों को संचालित किये जाने हेतु जिलाधिकारी द्वारा कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग को 67 लाख हस्तांतरित किये गये है, यह निर्माण कार्य मार्च तक पूर्ण होने की संभावना है।
साहसिक खेल प्रबन्धन समिति के बैठक में जिलाधिकारी के निर्देशन में यह निर्णय लिया गया कि बैजनाथ झील की क्षमता के अनुरूप 06 नावें जिसमें प्रत्येक नाव 04 व्यक्तियों की क्षमता वाली होगी संचालित की जायेंगी। जिलाधिकारी ने प्रबन्धन समिति के सदस्यों को इस संबंध में निर्देशित करते हुए कहा कि वे स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढावा देने के वह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करायें कि फर्म द्वारा कुल मानक संसाधन क्षमता का 50 प्रतिशत रोजगार स्थानीय स्तर के व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से दिया जाय साथ ही स्थानीय/लोकल फर्म को बोटिंग हेतु किये जाने वाले टेंडर प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि नौकायान हेतु चयनित किये जाने वाले फर्म द्वारा किसी भी आपात परिस्थिति को देखते हुए एक रैस्क्यू वाहन एवं फस्टऐड की सम्पूर्ण व्यवस्था की जाय।
जिलाधिकारी ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि वे सुनिश्चित करें कि 15 जून से 30 सितम्बर तक मानसून अवधि के दौरान झील में नौकायान न हो साथ ही बोटिंग हेतु आने वाली फर्म के पास संबंधित सभी प्रमाण पत्र जैसे साहसिक पर्यटन, स्वीमिंग, रैस्क्यू आदि के संबंध में प्रमाण उपलब्ध हो और यह भी सुनिश्चित किया जाय कि फर्म निर्धारित मानकों के अनुरूप ही झील में बोटिंग कराये जिसमें प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा हेतु लार्इफ जैकेट के साथ-साथ नौकायान करने वाले पर्यटकों का जीवन बीमा आदि भी अनिवार्य रूप से किया जाय, ताकि साहसिक खेल पर्यटन के साथ-साथ आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा संबंधी सभी उपाय भी सम्मलित हो।
जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को नौकायान संचालन हेतु आने वाली फर्म के चयन के संबंध में निर्देशित करते हुए कहा कि फर्म द्वारा प्रबन्धन समिति के निर्देशों का पालन किये जाने संबंधी एवं किसी प्रकार की अनियमितता एवं मानकों का पालन न किये जाने की स्थिति में फर्म पर आर्थिक दण्ड के साथ-साथ उसके टेंडर को निरस्त करने की प्रक्रिया को भी सम्मलित की जाय।
जिलाधिकारी के निर्देशन में तैयार इस रणनीति के तहत बैजनाथ झील में साहसिक गतिविधियों जिसमें नेाकायान आदि सम्मलित है का संचालन अप्रैल माह में होना प्रस्तावित है, इससे जहॉ एक ओर जनपद में आने वाले पर्यटकों को बोटिंग करने की सुविधा मिलेगी वहीं दूसरी ओर ओपन रूफ रैस्टोरेन्ट एवं ओपन एमपीथियेटर का भी लुप्त उठा सकेंगे, जो जनपद में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा एवं स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक रोजगार सृजन हो सकेगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डी0डी0 पंत, प्रभागीय वनाधिकारी बी0एस0 शाही, उप जिलाधिकारी गरूड़ जयवर्द्धन शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चन्द्र आर्या, अधि0अभि0 सिंचार्इ ए0के0 जोन, ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, वरिष्ठ कोषाधिकारी पूरन चन्द्र उप्रेती, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत डॉ0 सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।