गरुड़ में डीएम ने किया आपुन बाजार का निरीक्षण
बागेश्वर । जिलाधिकारी विनीत कुमार ने स्थानीय उत्पदों को बढावा देने एवं उनके विपरण हेतु स्थानीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के दृष्टिगत गरूड क्षेत्रान्तर्गत बनायें गयें आपुण बाजार का औचिक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थायें आदि का जायजा लिया। उल्लेखनीय हैं कि आपुण बाजार में कुल सात दुकानों का निर्माण किया गया हैं जिसमें चार दुकान आजीविका परियोजना अन्तर्गत पंजीकृत विभिन्न फैडरेशन एवं तीन अन्य दुकानों कृषि, उद्यान आदि विभागों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि उत्पादक समूहों को आंवटित की गयी है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि वे स्थानीय उत्पादों के स्थानीय स्तर पर बाजार निर्माण हेतु बनाये गये आपुण बाजार के सफलता पूर्वक संचालन हेतु इसे बाजारोन्मुख एवं स्थानीय स्तर के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित-प्रसारित किया जाय, ताकि स्थानीय उत्पादों को एक बहुमुखी पहचान दी जा सकें इसके साथ उन्होने यह भी निर्देश दियें कि आपुण बाजार के संरचना में बदलाव संबंधी प्रस्ताव तैयार किया जाय, ताकि वहां आने वाले पर्यटकों एवं स्थानीय ग्राहकों को आपुण बाजार के उत्पादों एवं वहां की दुकानों आदि के बारे में स्पष्ट जानकारी उपलब्ध हो।
तद्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा गरूड गंगा पुर्नजनन योजना अंतर्गत बनाये गयें दारड रिचार्ज जोन में वन विभाग द्वारा किये गयें वृक्षारोपण तथा जल संरक्षण हेतु बनायें गयें चाल-खाल एवं टैंचों आदि का धरातली निरीक्षण कर प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि वे गरूड गंगा पुर्नजनन हेतु चयनित रिचार्ज जोन में की जा रही विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत डाटा बेस निर्मित करते हुए इसकी प्रतिदिन की रिर्पोटिंग उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। दारण रिचार्ज जोन के निरीक्षण के उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा गरूड गंगा पुर्नजनन हेतु नियुक्त नोडल अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक भी ली गयी।
समीक्षा बैठक के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी बी0एस0शाही द्वारा जिलाधिकारी को गरूड गंगा पुर्नजनन बारे में अवगत कराया कि इस योजना अंतर्गत नौ विभिन्न रिचार्ज जोनो का चयन किया गया जिसमें वर्ष 2019-20 से आगामी पांच वर्षो तक की वर्षवार रणनीति का निर्माण भी किया गया है। इसके अंतर्गत अभी तक 41 लाख की लागत से 53 हैक्टेयर भूमि में 58300 पौधों का वृक्षारोपण, टैं्रचेज, चाल-खाल आदि का निर्माण किया गया हैं। जिलाधिकारी ने गरूड गंगा पुर्नजनन हेतु गठित समिति के सदस्यो को निर्देशित करते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करे कि विगत लगभग दो वर्षो में इस योजना अंतर्गत विभिन्न कार्यो से मास्च्यर कंटेन एवं डिस्चार्ज वाटर लेवल में क्या सकारात्मक बदलाव आये हैं, इसके लिए विभिन्न स्थानों पर डिस्चार्ज वाटर लेवल का आकलन किया जाय, ताकि योजना के क्रियान्वयन के फलस्वरूप प्राप्त लाभ के बारे में भी जानकारी प्राप्त हो सकें। जिलाधिकारी ने आउट कम आधारित एप्रोज के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दियें साथ ही यह भी निर्देश दियें कि येाजना के सफल क्रियान्वयन हेतु इसमें विभिन्न स्वंय सहायता समूहों, एनजीओ, वालियन्टर आदि की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाय, ताकि योजना के सकारात्मक परिणाम दीर्घकालिक तक प्राप्त हो। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि इस योजना के संबंध में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें ताकि जनसहभागिता के साथ योजना के धरातली लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकें।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी के0एन0तिवारी, उपजिलाधिकारी गरूड जयवर्द्धन शर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी वी0पी0मौर्या, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, रेंजर सुरेन्द्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहें।