शिक्षण कार्य के लिए खोले जाएं डिग्री कॉलेज
बागेश्वर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महाविद्यालयों में शिक्षण कार्य सुचारु करने की मांग की है। छात्रों ने उच शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजा और छात्र-छात्राओं के भविष्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे।
शुक्रवार को डिग्री कॉलेज में एकत्रित हुए। यहां प्रभारी प्रचार्य डॉ. रंजना साह को छात्रों ने ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत अभी तक महाविद्यालयों मे शिक्षण कार्य और पढ़ाई सुचारु रूप से संचालित नहीं हो सकी है। विश्वविद्यालय ने आठ मार्च से परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी है, लेकिन महाविद्यालयों में अभी तक पठन-पाठन शुरू नहीं हो सका है। पहाड़ों के दुर्गम क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। नेटवर्क नहीं होने से वह ऑनलाइन शिक्षा का भी लाभ नहीं ले पा रहे हैं। वर्तमान समय में आनलाइन कक्षाओं से शिक्षण कार्य पटरी पर नहीं आ सका है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य के दृष्टिगत अतिशीघ्र महाविद्यालयों में ऑफलाइन कक्षाएं संचालित होनी जरूरी हैं। कम से कम दो माह पढ़ाई होना जरूरी है और तभी परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के तुगलकी फरमान को लेकर छात्र आक्रोशित हैं और उग्र आंदोलन की रणनीति तय की जा रही है। इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी, राहुल जोशी, आशीष कुमार, शिवम पांडे, हिमांशु जोशी, योगेश जोशी आदि मौजूद थे।