भारत में 18+ लोगों का टीकाकरण कछुआ चाल , सिर्फ 11 राज्यों में हो सकी शुरुआत
नई दिल्ली, । भारत में एक मई से 18 से 44 वायु वर्ग के लोगों के लिए टाकीकरण अभियान की शुरुआत की गई। शुरू में वैक्सीन की कमी के कारण कई राज्यों में देरी से इसकी शुरुआत हुई है। हालांकि अभी भी कई राज्यों के लोगों को इसके लिए इंतजार करना पड़ रहा है। इस वायु वर्ग के 12 राज्यों में पांच दिनों में लगभग सात लाख व्यक्तियों ने अपनी पहली खुराक प्राप्त की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 18-44 वर्ष के 671,285 लाभार्थियों को 12 राज्यों में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक मिली। 18 से 44 वर्ष के बीच के वयस्कों का टीकाकरण शुरू करने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ (1,026), दिल्ली (82,000), गुजरात (161,625), जम्मू और कश्मीर (10,885), हरियाणा (99,680), कर्नाटक (3,840), महाराष्ट्र हैं। (111,621), ओडिशा (13,768), पंजाब (908), राजस्थान (130,071), तमिलनाडु (4,577) और उत्तर प्रदेश (51,284) शामिल है। गौरतलब है कि सोमवार को जारी अनंतिम सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक कुल मिलाकर 160,494,188 वैक्सीन खुराक को 2,366,349 सत्रों के माध्यम से लोगों को दिया गया है। इनमें लगभग 9,462,505 हेल्थकेयर वर्कर्स शामिल हैं, जिन्होंने पहली खुराक ली है। इसके अलावा 6,322,055 हेल्थकेयर वर्कर्स ने दूसरी डोज़ ले ली है। भारत में लगभग 13,565,728 फ्रंटलाइन वर्कर को अपनी पहली वैक्सीन खुराक मिली है। इसके अलावा लगभग 7,332,999 को अब तक पूरी तरह से टीका लगाया गया है। देश में 60 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 12,385,466 बुजुर्गों को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। भारत ने इस साल 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू किया। खुराक प्राप्त करने वाली पहली श्रेणी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल थे। 2 फरवरी से सरकार ने सभी फ्रंटलाइन श्रमिकों के लिए भी टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी। एक मार्च से, स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले 60 वर्ष और फिर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की इजाजत दी।