November 22, 2024

भारतीय पैदल चालक गुरप्रीत सिंह ने 50 किमी पैदल चाल में किया निराश

भारतीय पैदल चालक गुरप्रीत सिंह ने 50 किमी पैदल चाल में किया निराश
टोक्यो  । भारतीय पैदल चालक गुरप्रीत सिंह ने पुरुषों की 50 किमी पैदल चाल स्पर्धा में निराश किया। 37 वर्षीय गुरप्रीत सिंह भीषण गर्मी और उमस के कारण मांसपेशियों में खिंचाव के कारण लगभग 35 किमी की स्पर्धा के बाद पैदल चाल स्पर्धा से बाहर हो गए। 25 किमी के हाफवे पॉइंट पर गुरप्रीत 2.01.54 के समय के साथ 49वें स्थान पर थे।
पोलैंड के 31 वर्षीय डेविड तोमला ने तीन घंटे 50 मिनट आठ सेकेंड में 50 किमी चल कर इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। जर्मनी के जोनाथन हिल्बर्ट ने तीन घंटे 50 मिनट 44 सेकेंड और कनाडा के इवान डनफी ने तीन घंटे 50 मिनट 59 सेकेंड में स्पर्धा पूरी करके क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुरुवार को भारत के अन्य पैदल चालक संदीप कुमार, राहुल रोहिल्ला और केटी इरफान ने 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन किया था। तीनों स्पर्धा में क्रमश: 23वें, 47वें और 51वें स्थान पर रहे थे। इटली के मैसिमो स्टानो ने इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि जापान के कोकी इकेदा को रजत और तोशिकाजु यमनिशि को कांस्य पदक मिला था।
00

)भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला का ओलंपिक अभियान खत्म
टोक्यो , । ट्यूनीशिया की सारा हामदी महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग के चर्टर फाइनल मुकाबले में तीन बार की ओलंपिक पदक विजेता अजरबैजान की मारिया स्टैडनिक से हारने के साथ ही भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला का टोक्यो ओलंपिक अभियान खत्म हो गया। दरअसल सीमा यहां शुक्रवार को महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग के अपने शुरुआती मुकाबले में ट्यूनीशिया की सारा हामदी से हार गईं थी। सीमा के पास हालांकि सारा के फाइनल में पहुंचने के बाद कांस्य पदक मैच में चुनौती पेश करने का मौका था, लेकिन हामदी की हार के साथ ही वह ओलंपिक से बाहर हो गईं।
2019 अफ्रीकी खेलों की रजत पदक विजेता सारा ने 29 वर्षीय सीमा को शुरुआती मुकाबले में 3-1 से मात दी। दोनों पहलवानों ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की और एक-दूसरे को अंक न देने की पूरी कोशिश की। इस बीच मैच रेफरी ने सीमा को पैसिविटी (असक्रियता) के लिए 30 सेकेंड में अंक प्राप्त करने के लिए कहा, लेकिन वह अंक प्राप्त नहीं कर सकीं, जिसका फायदा सारा को एक अंक के रूप में मिला। दूसरे राउंड की शुरुआत में ही सारा एक और अंक लेकर 2-0 से आगे हो गईं, जबकि सीमा दबाव में दिखीं, हालांकि सीमा ने आक्रामक रुख अपनाया और 1 अंक हासिल किया, लेकिन अंत में ट्यूनीशियाई पहलवान ने दो अंक और ले लिए और मुकाबले को 3-1 से जीत लिया।
00

)कुश्ती से एक और पदक की बढ़ी उम्मीद, सेमीफाइनल में पहुंचे पहलवान बजरंग पूनिया
टोक्यो , । टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा फ्रीस्टाइल के क्वार्टर फाइनल में इरान के मोर्तेजा चेका को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। पहले राउंड में बजरंग 0-1 से पिछड़ रहे थे। दूसरे राउंड में बजरंग ने ऐसा दांव खेला कि वो सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गए। इस मुकाबले के बाद पूरे देश की गोल्ड की उम्मीदें और मजबूत हो गई है। इससे पहले भारत के इस स्टार पहलवान ने किर्गिस्तान के अरनाजर अकमातालिव को मात देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। अरनाजर के खिलाफ मुकाबले के पहले राउंड में बजरंग ने 3-1 से बढ़त हासिल कर ली थी। हालांकि दूसरे राउंड में मुकाबला काफी रोमांचक हो गया। आखिरी सेकंड में अरनाजर ने 2 अंक हासिल कर लिए। इसके बाद भारतीय पहलवान ने आखिरी सेकेंड में अंक हासिल करके मुकाबला अपने नाम कर लिया था। टोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया कुश्ती में भारत को एक मेडल दिला चुके हैं। हालांकि रवि को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और उन्हें सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। मगर बजरंग ने देश की गोल्ड की उम्मीदों को बनाए रखा।वहीं भारत की महिला हॉकी टीम को शुक्रवार को खेले गए कांस्य पदक के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। साल 2016 के रियो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली ब्रिटिश टीम ने अपने आठवें ओलंपिक में तीसरी बार कांस्य पदक जीता है। ओई हॉकी स्टेडियम नार्थ पिच पर हुए इस मैच में कई बार उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अपना तीसरा ओलंपिक खेल रहा भारत एक समय 0-2 से पीछे चल रहा था लेकिन उसने दनादन तीन गोल दागकर हाफ टाण तक 3-2 की लीड ले ली। लेकिन इसके बाद इंग्लैंड ने लगातार दो गोल दाग मैच अपने पक्ष में कर लिया।
इंग्लैंड के लिए एलेना रेयर (16वें), सारा राबर्टसन (24वें), होली पिएरे (35वें) और ग्रेस बॉल्सडन (48वें) ने किया जबकि भारत के लिए गुरजीत कौर ने (25वें, 26वें) दो गोल किए जबकि वंदना कटारिया (29वें) ने एक गोल किया। ब्रिटेन को 12 पेनाल्टी कार्नर मिले, जिसमें से तीन को उसने गोल में बदला। भारत को कुल 8 पेनाल्टी कार्नर मिले, जिनमें से दो में गोल हुए।
ओलंपिक दिवस 2020 जानिए क्यों मनाया जाता है, कोरोना संकट के बीच हो रहा  दुनिया के सबसे बड़े ऑलनाइन वर्कआउट का आयोजन
पहला चर्टर खाली जाने के बाद ब्रिटेन ने दूसरे चर्टर में 60 सेकेंड के भीतर गोल करते हुए 1-0 की लीड ले ली। उसके लिए मैच का पहला गोल एलेना रेयर ने किया। यह एक फील्ड गोल था। इस गोल ने मानो ब्रिटिश टीम में जान फूंक दी और उसने 24वें मिनट में एक और गोल कर 2-0 की लीड ले ली। यह गोल सारा राबर्टसन ने किया। यह भी एक फील्ड गोल था।
ब्रिटिश टीम हाफटाइम लीड के साथ प्रवेश करती, उससे पहले ही भारत ने एक के बाद एक दनादन तीन गोल कर 3-2 की लीड ले ली। गुरजीत कौर ने भारत का खाता 25वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर खोला और फिर उसके एक मिनट बाद एक और गोल कर स्कोर 2-2 कर दिया। भारत ने पेनाल्टी कार्नर पर गुरजीत द्वारा किए गए गोलों की मदद से शानदार वापसी कर ली थी।
अब भारतीय टीम उत्साह से भर चुकी थी। उसने मौके बनाने शुरू किए और उसी क्रम में उसे 29वें मिनट में एक शानदार सफलता मिली। वंदना कटारिया ने फील्ड गोल के जरिए भारत को 3-2 से आगे कर दिया। हाफ टाइम तक भारत 3-2 से आगे था। हाफ टाइम की सीटी बजने के पांच मिनट बाद ही ब्रिटेन ने गोल कर स्कोर 3-3 कर दिया। यह गोल कप्तान होली पिएरे ने किया। तीसरे चर्टर में भारतीय टीम कोई गोल नहीं कर सकी।
चौथा और अंतिम चर्टर जब शुरु हुआ तो मैच का रोमांच चरण पर था। दोनों टीमों के पास मेडल पाने के लिए अंतिम 15 मिनट थे। इस क्रम में हालांकि ब्रिटेन को सफलता मिल गई। 48वें मिनट में उसने पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर 4-3 की लीड ले ली। यह गोल ग्रेस बॉल्सडन ने किया।
भारत की महिला टीम के लिए यह ओलंपिक में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन कहा जा सकता है। दुनिया की नौवें नम्बर की भारतीय टीम तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए दुनिया की नम्बर-2 आस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। सेमीफाइनल में हालांकि उसे हार मिली।
यह भारत का तीसरा ओलंपिक था। मास्को (1980) के 36 साल के बाद उसने रियो ओलंपिक (2016) के लिए चलीफाई किया था। भारत अंतिम रूप से चौथे स्थान पर रहा था लेकिन उस साल बहिष्कार के कारण सिर्फ छह टीमों ने ओलंपिक में हिस्सा लिया था।
इसके बाद भारत ने 2016 के रियो ओलंपिक के लिए चलीफाई किया लेकिन वह 12 टीमों के टूर्नमेंट में अंतिम स्थान पर रही थी। भारत को पूल स्तर पर पांच मैचों में सिर्फ एक ड्रॉ नसीब हुआ था।
00

)लियोनेल मेसी अब नहीं खेलेंगे बार्सिलोना के साथ, क्लब के साथ खत्म हुआ 21 साल का पुराना रिश्ता
बार्सिलोना , । अर्जेंटीना के करिश्माई कप्तान लियोनेल मेसी का बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के साथ सफर खत्म हो गया है। फुटबॉल के महानतम खिलाडिय़ों में से एक लियोनल मेसी और बार्सिलोना का करीब 21 सालों का सफर अब खत्म हो गया है। इसकी पुष्टि खुद बार्सिलोना क्लब की तरफ से की गई है। बार्सिलोना से वह 16 वर्ष की उम्र में जुड़े थे।
मेसी का बार्सिलोना के साथ अनुबंध 30 जून को खत्म हो गया था और अब वह किसी भी क्लब को जॉइन करने के लिए स्वतंत्र थे। हालांकि बीते दिनों रिपोर्ट्स आईं थीं कि मेसी पे-कट के बावजूद अपने पुराने ही क्लब यानी बार्सिलोना में ही रहेंगे, लेकिन सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
क्लब ने अपने बयान में कहा कि दोनों पक्षों की कोशिशों और सहमति के बावजूद वित्तीय स्थिति के कारण नई डील नहीं हो सकी और दोनों का सुनहरा सफर खत्म हो गया और अब मेसी किसी नए क्लब का हिस्सा बनेंगे।
बार्सिलोना क्लब ने एक बयान जारी कर कहा, एफसी बार्सिलोना और लियोनल मेसी के बीच समझौता होने और दोनों पक्षों के नए कॉन्ट्रेक्ट साइन करने के स्पष्ट इरादे के बावजूद, वित्तीय और ढांचागत बाधाओं के कारण ये नहीं हो सकता। इस स्थिति के परिणामस्वरूप , मेसी बार्सिलोना के साथ नहीं रहेंगे। दोनों पक्षों को इस बात का खेद है कि क्लब और खिलाड़ी की इच्छाएं आखिरकार पूरी नहीं हो सकीं। क्लब ने मेसी को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
स्पैनिश फुटबॉल लीग ला लीगा के प्रेसिडेंट जेवियर टेबस ने पिछले ही हफ्ते बताया कि स्पेन का सबसे बड़ा फुटबॉल क्लब 1.18 बिलियन डॉलर के कर्जे में है। अगर हम इसे भारतीय रुपयों के हिसाब से देखे तो यह कर्ज लगभग 8 हजार करोड़ से भी ज्यादा है। मेसी का 2017 वाला कॉन्ट्रैक्ट दुनिया के लिए बेहद आकर्षक था। उसके तहत उन्हें 5 वर्षों में 550 मिलियन यूरो मिले थे।

You may have missed