उपचुनाव: जुब्बल-कोटखाई में भाजपा नहीं बचा पाई जमानत, अब तक की सबसे करारी हार
रोहड़ू । जुब्बल-कोटखाई उपचुनाव में भाजपा उपचुनाव में अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई है। भाजपा प्रत्याशी के मतों का आंकड़ा 2644 में सीमट कर रह गया जो किसी राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार की ओर से लिए गए अब तक सबसे कम मतों का रिकॉर्ड है।
हिमाचल प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार को जुब्बल-कोटखाई उपचुनाव में अब तक की सबसे करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा उपचुनाव में अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई है। भाजपा प्रत्याशी के मतों का आंकड़ा 2644 में सीमट कर रह गया जो किसी राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार की ओर से लिए गए अब तक सबसे कम मतों का रिकॉर्ड है। उपचुनाव से पहले जुब्बल-कोटखाई सीट पर भाजपा का कब्जा था। उपचुनाव में भाजपा टिकट आवंटन के बाद से ही अपने कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेल रही थी। बावजूद इसके प्रदेश सरकार ने भाजपा को सम्मान जनक मतों तक पहुंचाने के लिए जमकर जोर लगाया।
जिला शिमला के एक मात्र मंत्री सुरेश भारद्वाज को चुनाव प्रभारी बनाकर जुब्बल-कोटखाई भेजा गया। चुनाव प्रचार की पूरी कमान सुरेश भारद्वाज के हाथों में रही। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तक की रैलियां भी करवाई गईं। भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने भी जुब्बल-कोटखाई में कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठकें कीं। बावजूद इसके भाजपा मात्र 2644 मतों में सीमट कर रह गई। भाजपा को जमानत बचाने के लिए करीब 9414 मतों की आवश्यकता थी। लेकिन भाजपा प्रत्याशी नीलम जमानत बचाने के लिए आवश्यक मतों के आधे वोट भी नहीं ले सकीं। जिससे उपचुनाव में भाजपा की जमकर किरकिरी हुई है।
रोहित ने चुनाव जीता
जुब्बल-कोटखाई सीट पर कांग्रेस ने अपना परचम लहरा दिया है। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर 6293 मतों से विजयी हुए हैं। यहां उनका मुकाबला निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा के साथ रहा। हालांकि चेतन बरागटा ने यहां निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 23662 मत हासिल कर हारने के बावजूद सबका दिल जरूर जीत लिया है। जुब्बल-कोटखाई में कुल 56,612 मत पड़े। इसमें से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने 29,955 मत हासिल किए। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा को 23662 मत पड़े। हैरान करने वाला पहलू यह रहा है कि प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार की प्रत्याशी नीलम सरैईक यहां अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई।