बीपीएड़-एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने पीएम व सीएम को खून से लिख पत्र
देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) प्राथमिक विद्यालयों में व्यायाम शिक्षकों की भर्ती समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से परेड ग्राउंड में आमरण अनशन पर बैठे बीपीएड़-एम्पीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने आज प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को खून से पत्र लिखा है और बेरोजगारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि मांगों को लेकर यदि प्राण भी त्यागना पड़े तो पीछे नही हटेंगे।
यहां परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल में प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालयों में व्यायाम शिक्षक की नियुक्ति वर्षवार एवं वरिष्ठता के अनुसार किये जाने सहित अन्य मांगों को लेकर बीएड एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन से जुडे बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया और आमरण अनशन को जारी रखा, आमरण अनशन में बैठी हंसा बिष्ट के स्वास्थ्य में गिरावट आ गई है और पिछले छह दिन से किसी भी जन प्रतिनिधि एवं चिकित्सकों ने उनकी सुध नहीं ली है। इस अवसर पर उन्होंने खून से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखकर शीघ्र मांगों को हल करने का आग्रह किया है और कहा कि यदि प्राण भी त्यागने पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगें। इस अवसर पर बेरोजगारों ने कहा कि प्रत्येक शासकीय एवं अशासकीय इंटर कालेज में व्यायाम विषय का प्रवक्ता का पद सृजित किये जाने की आवश्यकता है लेकिन अभी तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्ययोजना तैयार नहीं की गई है जो चिंता का विषय है, सरकार उनके हितों के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। बेरोजगारों का कहना है कि कक्षा छह से बारह तक शारीरिक शिक्षा विषय अनिवार्य किया जाना चाहिए लेकिन इस ओर भी सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। बेरोजगारों का कहना है कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में व्यायाम शिक्षकों की भांति के संबंध में फाइल गतिमान है और इस फाइल पर राज्य सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है और अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है जो चिंता का विषय हे। इस अवसर पर अनेक बीपीएड एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार उपस्थित थे।