झिरौली मैग्नेसाइट फैक्ट्री कर्मियों को वेतन के लाले
बागेश्वर । जनपद में स्थित कुमाउ की सबसे बड़ी अल्मोड़ा मैग्नेसाइट फैक्ट्री में कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिल रहा है। कोरोनाकाल के बाद अक्तूबर माह तक सभी कर्मचारियों को वेतन दिया गया है। उसके बाद कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए आकस्मिक जरूरत के लिए प्रार्थना पत्र लिखना पड़ रहा है। इसके बाद जरूरतमंद को ही आवश्यतानुसार वेतन का भुगतान हो पा रहा है। अल्मोड़ा मैग्नेसाइट में कार्यरत 280 कर्मियों को अपने वेतन के लिए अधिकारियों की खुशामद करनी पड़ रही है। छह महीने बाद भी कर्मचारी अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए वेतन का इंतजार कर रहे हैं। वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। वही जरूरत की सामग्री और बच्चों की फीस किताबों और जरूरत की पूर्ति के लिए अधिकारियों से वेतन की मांग कर रहे हैं। वही कंपनी में कार्यरत कर्मचारी लंबे समय से वेतन नहीं मिलने से आक्रोशित है।
कोरोनाकाल में प्लांट बंद होने से कंपनी घाटे में चल रही थी। उसके बाद सभी कर्मचारियों को वेतन दिया गया है। वही नवंबर माह के बाद कर्मचारियों को आकस्मिक रूप से आवश्यकतानुसार वेतन दिया जा रहा है। जिन कर्मियों को वेतन की आवश्यकता है कर्मचारी यूनियन के द्वारा उनकी समस्या निवारण हेतु कर्मियों को वेतन दिया जा रहा है। – योगेश शर्मा एमडी, अल्मोड़ा मैग्नेसाइट फैक्ट्री झिरौली