वेटोरी और ताहिर ने की डीआरएस के जरिए नो बॉल और वाइड चेक करने की मांग
रबादा-शिखर के दम पर पंजाब ने गुजरात को 8 विकेट से पीटा
मुम्बई । तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा (33 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (नाबाद 62) के बेहतरीन अर्धशतक के दम पर से पंजाब किंग्स ने चोटी की टीम गुजरात टाइटंस को मंगलवार को आईपीएल मुकाबले में 24 गेंद शेष रहते आठ विकेट से पीट दिया।
पंजाब ने गुजरात को 20 ओवर में आठ विकेट पर 143 रन के सामान्य स्कोर पर रोकने के बाद 16 ओवर में दो विकेट पर 145 रन बनाकर एकतरफा जीत हासिल की। गुजरात की 10 मैचों में यह दूसरी हार है लेकिन 16 अंकों के साथ उसका तालिका में शीर्ष स्थान कायम है। दूसरी तरफ पंजाब ने 10 मैचों में पांचवीं जीत हासिल की और पांचवें स्थान पर पहुंचकर उसने अपनी उम्मीदों को कायम रखा।
गुजरात के बल्लेबाज पंजाब किंग्स के खिलाफ जूझते नजर आए। दोनों ओपनर जल्दी आउट हुए, तो कप्तान हार्दिक पांड्या और डेविड मिलर का भी बल्ला नहीं चल पाया और बाद में शिखर धवन पंजाब की पूरी पारी में छाए रहे।
शिखर ने अपने मैच विजयी अर्धशतक के लिए 53 गेंदें खेलीं और नाबाद 62 रन की पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। शिखर ने लियाम लिविंग्स्टन के साथ तीसरे विकेट के लिए चार ओवरों में 48 रन की अविजित साझेदारी की। लिविंग्स्टन ने 10 गेंदों पर नाबाद 30 रन में दो चौके और तीन छक्के लगाए। भानुका राजपक्षा ने 28 गेंदों पर 40 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया। जानी बेयरस्टो एक रन बनाकर आउट हुए।
इससे पहले गुजरात ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। लेकिन गुजरात की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 67 रन तक अपने चार विकेट गंवा दिए। एक छोर से विकेटों के गिरने के बीच साई सुदर्शन ने दूसरा छोर संभाल कर खेलते हुए 50 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 65 रन बनाये।
रिद्धिमान साहा ने 21, डेविड मिलर ने 11, राहुल तेवतिया ने 11 रन का योगदान दिया। गुजरात के स्कोर में आठ वाइड सहित 14 अतिरिक्त रनों का भी योगदान रहा। रबादा के चार विकेटों के अलावा अर्शदीप सिंह, ऋषि धवन और लियाम लिविंगस्टन ने एक-एक विकेट लिया।
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वेटोरी और ताहिर ने की डीआरएस के जरिए नो बॉल और वाइड चेक करने की मांग
मुंबई । क्रिकइंफ़ो के विशेषज्ञ डैनियल वेटोरी और इमरान ताहिर ने मांग की है कि ऊंची हाइट नो बॉल (कमर से ऊपर की फुलटॉस) और वाइड का निर्णय भी डीआरएस के ज़रिए किया जाना चाहिए। एक्सपर्ट्स की नजऱ में भले ही इन गेंदों पर कोई विकेट न गिरे, इसके बावजूद हाइट नो बॉल और वाइड का फ़ैसला थर्ड अंपायर को करना चाहिए। वेटोरी ने यह बात पिछले हफ़्ते म्यूट मी नामक शो में भी कही थी, जिसे उन्होंने क्रिकइंफ़ो टाइम आउट पर सोमवार रात को एक बार फिर दोहराया। दरअसल अंपायर नितिन पंडित ने कोलकाता नाइट राइडर्स की पारी के 19वें ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा की तीन गेंदों को तब वाइड करार दे दिया जब प्रसिद्ध कृष्णा द्वारा गेंद रिलीज किए जाने से पहले ही बल्लेबाज़ ने क्रीज़ में घूमना शुरु कर दिया था।
एक बार तो कप्तान संजू सैमसन ने संभवत: अपना विरोध दर्ज कराने के लिए वाइड करार दी गई गेंद पर कैच आउट की अपील करते हुए डीआरएस के लिए चले गए। संजू सैमसन के निर्णय पर कहा, मुझे नहीं लगता कि उस गेंद पर कैच आउट होने की कोई संभावना उन्हें लगी होगी, लेकिन खेल के निर्णायक पलों में खिलाडिय़ों को वाइड करार की हुई गेंदों पर रिव्यू लेने की छूट मिलनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, आज परिस्थिति अलग थी क्योंकि शुरुआत से ही लग रहा था कि कोलकाता इस मुक़ाबले को जीतने वाली है, लेकिन हम कई बार इस मसले पर चर्चा कर चुके हैं जब अंपायर ने एकदम कऱीबी निर्णयों को गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ दिया हो। इसलिए खिलाडिय़ों के पास उन ग़लतियों को सुधारने का मौक़ा मिलना चाहिए। डीआरएस भी इन्हीं ग़लतियों को सुधारने के लिए अमल में लाया गया था। मैं ऐसा होते देखना चाहूंगा।
वेटोरी आईपीएल में बतौर कोच अपनी सेवा दे चुके हैं और इस वक़्त बीग बैश में भी कोच की भूमिका अदा कर रहे हैं। हालांकि इमरान ताहिर जो ख़ुद इस वक़्त एक सक्रिय खिलाड़ी हैं वह भी वेटोरी की इस दलील से सहमत दिखे। ताहिर ने कहा, इस खेल में पहले से ही गेंदबाज़ों के पक्ष में बहुत कम चीज़ें होती हैं, जब बल्लेबाज़ आपकी गेंदों पर चौतरफ़ा प्रहार कर रहा हो तब आपके पास वाइड यॉर्कर और वाइड लेग ब्रेक डालने का ही विकल्प होता है। और अगर यह वाइड हो जाए तब आप मुश्किल में पड़ जाते हैं। लेकिन देखिए, वह एक करीबी मामला था, सैमसन थोड़े हताश भी दिखे। यह 50-50 था, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ा मसला था। कोलकाता की टीम अच्छा खेल रही थी, वह इस मुक़ाबले को जीतने वाली थी। लेकिन हां, ऐसी गेंदों पर खिलाडिय़ों के पास रिव्यू लेने की छूट होनी चाहिए।
राजस्थान रॉयल्स के कोच कुमार संगकारा ने वाइड कॉल में निरंतरता बरते जाने की मांग की। उन्होंने पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्ऱेंस के दौरान कहा, मुझे लगता है कि वाइड करार दिए जाने के संबंध में निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। मुझे लगता है अब कुछ नए नियम हैं, आप वाइड बना नहीं सकते, लेकिन क्रीज़ के चारों ओर घूमकर आप उसे बर्बाद ज़रूर कर सकते हैं। गेंद डाली जाने से पहले आपका मूवमेंट वाइड लाइन के आगे बढऩे के लिए शुरुआती बिंदु माना जाता है। हालांकि हमने अच्छी क्रिकेट भी नहीं खेली। हालांकि दबाव वाली परिस्थितियों में यब सभी चीज़ें अपनी भूमिका निभाती हैं।हमें एक टीम के तौर पर सुधार करने की ज़रूरत है।
यह चर्चा अब भी जारी है कि क्या हर टीम को दो अतिरिक्त रिव्यू लेने की छूट मिलनी चाहिए, लेकिन क्या इससे गेम धीमा नहीं हो जाएगा या खिलाडिय़ों को दो रिव्यू की सीमा में ही किसी भी निर्णय की समीक्षा की छूट मिलनी चाहिए लेकिन लाइन एक सिफऱ् एक गाइड की तरह होती है जो गेंद डाली जाने से पहले बल्लेबाज़ के मूवमेंट के आधार पर वह भी खिसकती है। वेटोरी की राय में ऑन फ़ील्ड अंपायर को तमाम सूचनाओं से लैस किया जा सकता है कि बल्लेबाज़ गेंद की रिलीज़ के समय तक कितना मूवमेंट कर चुका था विकेटों से गुजऱते समय गेंद कितनी दूर थी और इसके बाद ही अंपायर को रिव्यू में निर्णय लेने की अनुमति मिलनी चाहिए।
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)जीत का क्रम जारी रखना चाहेंगे आरएफ यंग चैंप्स, चेन्नइयन के खिलाफ बेंगलुरू जीत का दावेदार
पणजी । रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) जब मंगलवार को जमशेदपुर एफसी से भिड़ेंगे तो वे जीत के साथ अपना विजयी क्रम जारी रखना चाहेंगे। इसी तरह यहां जारी रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) के पांचवें राउंड के मुकाबले में बेंगलुरू एफसी का सामना चेन्नइयन एफसी से होगा।
आरएफडीएल के पहले संस्करण में चार दिनों के विश्राम के बाद टीमें मैच खेलेंगी। इससे उनके खिलाडिय़ों को थकान और चोट से उबरने का मौका मिला है और अब वे तरोताजा होकर मुकाबलों के लिए तैयार हैं।नागोआ ग्राउंड में, आरएफ यंग चैंप्स को जमशेदपुर एफसी के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा, जो अपने पिछले मैच का नतीजा भूलकर जीत की राह पर लौटना चाहेगा। जमशेदपुर, जो अब तक मजबूत दिख रहा है, को अपने आखिरी मैच में केरला ब्लास्टर्स ने 2-0 से हराया था।यह एक ऐसा मैच था जिसमें केरल के सामने रेड माइनर्स नाम से मशहूर जमशेदपुर की टीम हल्की नजर आई थी। यह लीग में उसकी पहली हार थी और अब वह चार मैचों में सात अंकों के साथ खुद को तीसरे स्थान पर पा रही है।
आरएफ यंग चैंप्स की किस्मत में सुधार हुआ है। प्रतियोगिता में सबसे कम उम्र की टीम ने मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ एक ठोस जीत दर्ज की और फिर चेन्नइयन के खिलाफ एक गोल रहित ड्रॉ के साथ अपने सफर को आगे बढ़ाया। अराता इज़ुमी की कोचिंग वाली टीम को हालांकि जमशेदपुर की ताकत के बारे में पता होगा।
आरएफ यंग चैंप्स चार मैचों से चार अंक लेकर तालिका में चौथे स्थान पर हैं। उसने मुंबई के खिलाफ अपने आक्रामक खेल की झलक दिखाई और चेन्नइयन के खिलाफ रक्षात्मक रूप से अपने हरफनमौला खेल का प्रदर्शन किया। अब उसे जमशेदपुर के खिलाफ हर लिहाज से सम्पूर्ण प्रदर्शन की जरूरत होगी और अराता इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं।
इस बीच, बेनॉलिम ग्राउंड में चेन्नइयन एफसी के खिलाफ बेंगलुरू एफसी जीत का दावेदार होगा। इस टीम ने अभी तक चार मैचों में से एक में भी जीत नहीं हासिल की है। इसके विपरीत, द ब्लूज़ ने चार मैचों में 12 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर बैठे हुए हैं। इस टीम ने अपने सभी चार मैच जीते हैं।
मेरिना मचान्स नाम से मशहूर चेन्नइयन एफसी ने अब तक चार गोल खाए हैं लेकिन वह एक भी गोल नहीं कर सकी है। यह एक अच्छा रक्षात्मक रिकॉर्ड है और कोच क्लियोफास एलेक्स उम्मीद करेंगे कि उनकी टीम मजबूत बेंगलुरू के खिलाफ फिर से रक्षापंक्ति में अच्छा काम जारी रखेगी। कोच के उम्मीद है कि उनकी रक्षापंक्ति राहुल राजू को रोकने में सफल होगी, जिन्होंने हर मैच में गोल किया है। बेंगलुरु के पास बेकी ओरम और नामग्याल भूटिया जैसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने अब तक प्रभावित किया है।