सस्पेंस हुआ खत्म, अब सात नहीं 14 जून से देहरादून विधानसभा में होगा सत्र
देहरादून। विधानसभा का आगामी सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण(भराड़ीसैंण) के स्थान पर अब 14 जून से देहरादून में होगा। प्रदेश सरकार ने सत्र का स्थान और उसकी तारीख बदल दी है। सरकार ने विधानसभा सत्र गैरसैंण में सात जून से करने का निर्णय किया था। इस परिवर्तन का प्रमुख कारण बीच सत्र में राज्यसभा चुनाव, चारधाम यात्रा पर भारी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं की व्यवस्था का दबाव और सभी जिलों में चल रही पुलिस भर्ती को माना जा रहा है।
विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग की ओर से इस संबंध में सचिव विधानसभा को सूचना दे दी गई है। प्रमुख सचिव हीरा सिंह बोनाल के आदेश पर अपर सचिव महेश चंद्र कौशिवा की ओर से जारी पत्र में पूर्व में जारी कार्यक्रम में संशोधन किए जाने का जिक्र है।
विधानसभा सचिव को भेजे पत्र में कहा गया है कि राज्य की पांचवी विधानसभा का दूसरा सत्र 14 जून मंगलवार से 20 जून सोमवार तक देहरादून विधानसभा भवन में आहूत किया जाए। इससे पूर्व विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग ने सात जून से गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा में सत्र आहूत करने का कार्यक्रम विधानसभा सचिव को भेजा था।
दो विधायकों ने उठाई थी संशोधन की मांग
भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय और बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने विधानसभा सत्र के स्थान और तारीख में परिवर्तन की मांग की थी। दोनों ने ही इस संबंध में पत्र लिखा था। किशोर ने संसदीय कार्यमंत्री से तो मोहम्मद शहजाद ने विधानसभा अध्यक्ष से गैरसैंण के स्थान पर देहरादून में सत्र आहूत करने का अनुरोध किया था। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से भी एक बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों ने गैरसैंण में सत्र न आहूत करने का आग्रह किया था।
संसदीय कार्यमंत्री ने संशोधन के दिए थे संकेत
शासन और पुलिस के अधिकारियों से चर्चा के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी सत्र की तारीख व स्थान बदलने के संकेत दिए थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि चारधाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। सभी जिलों में पुलिस भर्ती चल रही है।
ऐसी स्थिति में गैरसैंण में विधानसभा सत्र की व्यवस्था करना चुनौतीपूर्ण होगा। इसके अलावा उन्होंने राज्यसभा चुनाव का भी जिक्र किया जो 10 जून को देहरादून में होना है, जबकि सत्र गैरसैंण में तय कर दिया गया था। इस दुविधा से बचाव के लिए उन्होंने सत्र का स्थान व तारीख बदलने के संकेत दिए थे।