November 22, 2024

कप्तान पांड्या ने की जीत के साथ शुरुआत

कप्तान पांड्या ने की जीत के साथ शुरुआत
डबलिन ।  कप्तान हार्दिक पांड्या (एक विकेट और 24 रन) के ऑल राउंड प्रदर्शन की बदौलत भारत ने पहले टी20 मैच में आयरलैंड को सात विकेट से शिकस्त दी। बारिश के कारण मैच देर से शुरू हुआ और आयरलैंड ने भारत के सामने 12 ओवर में 109 रन का लक्ष्य रखा, जिसे भारत ने 9.2 ओवर में ही प्राप्त कर लिया। भारत के लिए पहली बार पारी की शुरुआत कर रहे दीपक हुड्डा ने सर्वाधिक 47 रन बनाए। हुड्डा ने 29 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए। सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने 11 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाकर 26 रन की पारी खेली।
पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हार्दिक पांड्या ने ऑल राउंड प्रदर्शन करते हुए पहले आयरलैंड का एक विकेट चटका, और फिर लक्ष्य का पीछा करते हुए 12 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की बदौलत 24 रन बनाए। आयरलैंड की ओर से क्रेग यंग ने दो ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि जोशुआ लिटल ने 2.2 ओवर में एक विकेट लेकर 39 रन दे दिए। इससे पहले आयरलैंड ने हैरी टेक्टर (33 गेंदों पर 64 रन) की विस्फोटक बल्लेबाजी की बदौलत भारत के सामने 109 रन का लक्ष्य रखा था।
भारत ने टॉस जीतकर आयरलैंड को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया और 22 रन पर ही आयरलैंड के तीन विकेट चटक लिए। कप्तान एंड्रयू बलबर्नी शून्य पर आउट हो गए, जबकि पॉल स्टर्लिंग ने चार और गैरेथ डेलानी ने आठ रन बनाए। इसके बाद हैरी टेक्टर ने लोर्कन टकर के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की। टकर ने 16 गेंदों पर दो छक्कों की बदौलत 18 रन बनाए। आयरलैंड के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले टेक्टर ने 33 गेंदों पर छह चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 64 रन की पारी खेलकर आयरलैंड को 12 ओवर में 108 रन तक पहुंचाया। भारत के लिए यूजी चहल, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार और आवेश खान ने एक-एक विकेट लिया।
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(बेंगलुरु)मध्य प्रदेश ने रचा इतिहास, 41 बार के विजेता मुंबई को हराकर पहली बार जीती ट्रॉफी
बेंगलुरू ,27 जून । एम. चिन्ना स्वामी स्टेडियम में यहां रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में मध्यप्रदेश (एमपी) ने 41 बार की चैंपियन टीम मुंबई को 6 विकेट से करारी शिकस्त देते हुए पहली बार ट्रॉफी अपने नाम कर ली। टेस्ट की दूसरी पारी में मुंबई ने 57.3 ओवर में 10 विकेट खोकर 269 रन बनाए थे, जहां उन्होंने एमपी को जीत के लिए 108 रन का लक्ष्य दिया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी एमपी की शुरुआत सलामी जोड़ी हिमांशु मंत्री और यश दुबे ने की। हालांकि, एक रन बनाकर दुबे दूसरे ओवर में ही गेंदबाज डी. कुलकर्णी की गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर वापस पवेलियन लौट गए। उनके बाद शुभम एस शर्मा बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए और मंत्री के साथ पारी को आगे बढ़ाया।
एमपी के लिए लक्ष्य इतना कठिन नहीं था कि बल्लेबाजों को जीत के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती। दूसरे विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों के बीच 52 रन की साझेदारी हुई और हिमांशु मंत्री गेंदबाज शैम्स मुलानी के ओवर में क्लीन बोल्ड हो गए। उन्होंने 55 गेंदों पर तीन चौके की मदद से 37 रन बनाए। उनके बाद पार्थ सहानी क्रीज पर आए।
हालांकि, सहानी भी गेंदबाज सैम्स मुलानी की गेंद पर कोतियान को कैच थमा बैठे और 5 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए। उसके बाद रजत पाटीदार क्रीज पर आए और शुभम शर्मा के साथ पारी को आगे बढ़ाया। इस बीच शर्मा गेंदबाज मुलानी के ओवर में अरमान जाफर को कैच थमा बैठे। शर्मा ने इस दौरान 75 गेदों पर एक चौका और एक छक्के की मदद से 30 रन बनाए।
एमपी ने यहां तक चार विकेट के नुकसान पर 101 रन बना लिए थे। उनके बाद आदित्य श्रीवास्तव क्रीज पर आए, जिन्होंने पाटीदार के साथ नाबाद पारी खेली और एमपी को जीत की कगार पर पहुंचा दिया। एमपी ने 29.5 ओवर में मैच को अपने नाम कर लिया। टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 108 रन बनाए।
इससे पहले एमपी की पहली पारी में यश दुबे (133), शुभम शर्मा (116) और पाटीदार (122) ने शतक जड़े थे, जिस कारण टीम ने 536 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। वहीं, सारंश जैन ने भी अर्धशतक लगाकर 57 रन का योगदान दिया था। वहीं, मुंबई ने पहली पारी में 10 विकेट के नुकसान पर 374 रन बनाए थे, जहां सरफराज खान (134) ने शतक जड़ा था, साथ ही जायसवाल ने 78 रन की पारी खेली थी।

हार्दिक पांड्या हैं भविष्य के बेहतरीन भारतीय कप्तान के विकल्प : वेंगसरकर
मुम्बई न ।  ख़तरनाक निचले क्रम के बल्लेबाज़ से लगातार चोटिल होने वाले हरफऩमौला और अब चालाक कप्तान, हार्दिक पांड्या का करियर बहुत ही तेज़ी से बदल गया है। 26 जून को वह आयरलैंड के ख़िलाफ़ टी20 में भारतीय टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। भारत के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता रहे दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि वह लंबे समय के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
वेंगसरकर ने एक कार्यक्रम के इतर कहा, जिस तरह से उन्होंने चोट लगने के बाद वापसी की है वह शानदार है।उन्होंने अपनी फि़टनेस पर काफ़ी मेहनत की होगी और कप्तान के तौर पर उन्होंने अच्छा किया था। वह एक बेहतरीन हरफऩमौला हैं।
पिछले महीने पांड्या ने आईपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी करते हुए 487 रन बनाए और गेंद से आठ विकेट लिए, जिसकी बदौलत गुजरात अपने पहले सीजऩ में ही ख़िताब जीती। इस महीने की शुरुआत में दक्षिण अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में भी उन्होंने कई बार मैच में फि़निशिंग टच दिखाया। यही वजह है कि उन्हें राष्ट्रीय टीम की कप्तानी सौंपी गई।
वेंगसरकर ने कहा, वह जब फ़ाइनल में बल्लेबाज़ी करने आए तो दो विकेट गिर चुके थे।। उन्होंने सामने से नेतृत्व किया और कप्तान के तौर पर अपनी टीम को पहला ख़िताब जिताया। एक हरफऩमौला वैसे भी टीम में अहम रोल निभाता है।वह एक विकल्प हैं और यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि उनका विजऩ और प्लान क्या है।
पांड्या ने दक्षिण अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ पांच मैचों की सीरीज़ में 58.50 के औसत और कऱीब 154 के स्ट्राइक रेट से 117 रन बनाए। उन्होंने पांच ओवर भी किए लेकिन विकेट नलीं ले पाए, जिससे उन्होंने दिखाया कि अब वह कमर की चोट से उबर चुके हैं और हरफऩमौला के तौर पर टीम में खेलने को तैयार हैं।
1983 विश्व विजेता टीम में उनके साथी रहे रोजर बिन्नी ने कहा कि पांड्या को सामने से टीम का नेतृत्व करना होगा और कप्तान या उप कप्तान के तौर पर लगातार प्रदर्शन करना होगा।बिन्नी ने कहा, कपिल ने विश्व कप में टीम का नेतृत्व किया और सामने से टीम को संभाला। हमारे पास ऐसे कप्तान थे जो अपनी बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और क्षेत्ररक्षण से सभी को प्रेरित करते थे।
आपके पास गेंदबाज़ कप्तान भी हो सकता है। उसे सामने से नेतृत्व करना है। कभी-कभी आप ख़ुद को ओवर-बोलिंग या अंडर-बोलिंग करते हैं – कई बार एक कप्तान के रूप में आप ऐसा करते हैं। लेकिन फिर आपके पास सलाह देने के लिए अन्य खिलाड़ी हैं।
आपको लगातार प्रदर्शन करना पड़ेगा। जब आपको कप्तान या उप कप्तान का पद मिलता है तो आपको सामने से नेतृत्व करना होता है। उन्होंने बहुत चोट देखी हैं, तो उन पर सभी की नजऱें होंगी। तो यह उनके दिमाग़ में और चयनकर्ताओं और देखने वालों के दिमाग़ में भी होगा।
वेंगसरकर ने तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक की भी तारीफ़ की और उम्मीद की कि यह 22 वर्षीय युवा साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप टीम का हिस्सा होगा।
मलिक ने आईपीएल 2022 में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए 14 मैच में 22 विकेट लिए थे, जिसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में चुना गया। वह इस सीरीज़ में डेब्यू नहीं कर पाए थे लेकिन अब उनका नाम आयरलैंड के ख़िलाफ़ होने वाली सीरीज़ में भी है।
वेंगसरकर ने कहा, वह कमाल का टैलेंट है। उन्होंने आईपीएल में अच्छा किया था और वह मौक़े के हक़दार थे। मुझे उम्मीद है कि वह ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए प्लेन में टीम के बाक़ी सदस्यों के साथ होंगे और मुझे उम्मीद है कि अगर उन्हें मौक़ा मिलता है तो वह अच्छा करेंगे। वह युवा है और जाने के लिए उतावला है। वह युवा है, खेलने का इच्छुक है और सफलता का भूखा है।
बिन्नी ने भी वेंगसरकर का समर्थन करते हुए कहा, उन्हें सीधा मौक़ा देना चाहिए। उन्होंने साबित किया है कि वह तेज़ हैं अगर आपने उन्हें आईपीएल में यॉर्कर डालते हुए देखा है तो पता चलेगा कि यह कितनी तेज़ थीं। आप ऐसे युवा को लंबे समय तक बाहर नहीं रख सकते।
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(लेस्टर)अय्यर, जडेजा और विराट के अर्धशतकों से भारत मजबूत
लेस्टर । श्रेयस अय्यर (62), रवींद्र जडेजा (नाबाद 56) और विराट कोहली (67) के शानदार अर्धशतकों से भारत ने लीसेस्टरशायर के खिलाफ चार दिवसीय अभ्यास मैच के तीसरे दिन शनिवार को अपनी दूसरी पारी में सात विकेट पर 364 रन बनाकर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली। भारत की कुल बढ़त 366 रन की हो गयी है।
भारत ने कल के एक विकेट पर 80 रन से आगे खेलना शुरू किया। पहली पारी के नाबाद अर्धशतकधारी श्रीकर भरत ने 31 और हनुमा विकारी ने नौ रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। विहारी 20 और भरत 43 रन बनाकर आउट हुए।
अय्यर ने 89 गेंदों में 11 चौकों के सहारे 62 रन बनाकर पांचवें टेस्ट मैच के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया। जडेजा ने 77 गेंदों में 10 चौकों के सहारे नाबाद 56 रन बनाये। शार्दुल ठाकुर 28 रन बनाकर कमलेश नागरकोटी की गेंद पर बोल्ड हुए। पूर्व कप्तान विराट सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और अपनी फॉर्म में वापसी की झलक दिखाते हुए 98 गेंदों में पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 67 रन बनाकर आउट हुए। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आये चेतेश्वर पुजारा ।