बनतोली कैम्पस एकीकरण : सरकार की मंशा अब शिक्षा वीर बनाने की तो नही!!!!!?
बागेश्वर गरुड़ । विकास खंड के राजकीय इंटर कॉलेज बनतोली में आज नई शिक्षा नीति के तहत प्रायमरी पाठशाला बनटोली को इंटर कॉलेज के साथ संचालित किए जाने के सरकारी प्रस्ताव पर एक बैठक का आयोजन कॉलेज में किया गया।
बैठक में नवागन्तुक खण्ड शिक्षा अधिकारी सुश्री कमलेश्वरी मेहता ने उपस्थित अभिभावकों व कॉलेज के शिक्षकों को भविष्य की रूपरेखा पर विस्तृत रूप से चर्चा में बताया कि उत्तराखंड सरकार इस वर्ष से अपनी शिक्षा व्यवस्था में एक आमूलचूल परिवर्तन करने जा रही हैं । जिसकी एक कड़ी के रूप में दोनों विद्यालयो के कैम्पस का एकीकरण भी हैं।
उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था लागू होने पर भविष्य में शिक्षकों की कमी का सामना नही करना पड़ेगा।
उन्होंने विद्यालय के बारे में प्रभारी प्रधानाच।र्य प्रणव नाथ गोस्वामी से सभी प्रकार की जानकारी भी हासिल की ।
श्री गोस्वामी ने बताया कि विद्यालय में अभी 3 कमरों की सख्त जरूरत हैं। कमरों की कमी की वजह से हमे साइंस लैब में भी बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा हैं । जिसकी भी खुद हालत खराब हैं ।
उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान समय मे स्कूल में इस डिजिटल जमाने मे एक भी कम्प्यूटर नही हैं। आगे कहा कि 3 , 4 वर्षों पूर्व विधायक निधि से स्कूल को 10 लेपटॉप दिए गए थे । जो कि आज एक भी सही हालत में नही हैं।
यहाँ आपको यह भी बताते चलें कि उन लेपटॉप का स्कूल द्वारा एक दिन भी प्रयोग नही किया गया और वो सभी खराब हो गए।
यहां आपके संज्ञान में यह भी आये की विद्यालय में आजतक कितने वर्षों से एक भी पीरियड कम्प्यूटर शिक्षा का नही लगाया गया हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय की चहारदीवारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से बनाने की भी अपील की ।
प्रभारी प्रधानाचार्य ने आखरीआंख सम्पादक को अपने जीर्ण शीर्ण कमरों का निरीक्षण भी कराया जिनमे किसी का प्लास्टर उखड़ा था तो किसी मे दरारे पड़ी मिली ।
अंत मे हम कैम्पस एकीकरण की करे तो कई अभिभावकों ने बैठक में शंका जाहिर की कि कही सरकार की मंशा अग्निवीर की तरह शिक्षा विभाग में भी शिक्षा वीर बनाने की तो नही। उनका कहना था कि जब एकबार पुराने विद्यालय बन्द कर दिए जाएंगे तो भविष्य में फिर उन्हें दोबारा चालू कराना नामुमकिन होगा।
बैठक में ऐसा प्रतीत हुआ कि सरकार ने अब यह सब करने कस अपना मन बना लिया हैं
और यह इस बात से सिद्ध भी हुआ कि सरकार का अभिभावकों की राय जानने का तो एक बहाना मात्र था ।लेकिन यह फैसला तो पहले ही हो चुका था । जिसमे किसीकी भी सहमति या असहमति का कोई सवाल या चिंता की कोई बात ज्यादा मायने नही रखती हैं।
विद्यालय परिवार द्वारा बीईओ का शाल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर स्वगत भी किया गया।
बैठक में भावना दोसाद जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान राजेन्द्र किरमोलिया दरणा ,बिसन नाथ ग्राम प्रधान कफलढुंगा , मदन काण्डपाल सुनील दोसाद बीना दीप्ति शाह मुन्नी माया सुनीता नेगी मंजू पूजा दीपा और पत्रकार अर्जुन राणा सहित विद्यालय परिवार से रघुवर दत्त जोशी अनिल कुमार पांडे नवीन चन्द्र चंदन सिंह परिहार किशोर कुमार प्रकाश चन्द्र सिंह हरीश चंद्र नवीन चन्द्र जितेंद्र पन्त राजेंद्र बोरा अर्जुन सिंह विद्या काण्डपाल व नीलम भाकुनी शामिल रहे।