December 28, 2024

कमर दर्द में राहत दिलाने के साथ ही कई फायदे पहुंचाता


अपने यह तो सुना ही होगा कि पहला सुख, निरोगी काया अर्थात जिस व्यक्ति का शरीर बीमारियों से दूर हैं वह हमेशा खुशियों से भरा रहता हैं। इसके लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में अच्छा खानपान रखने के साथ ही व्यायाम को भी शामिल करना चाहिए। खासतौर पर भारत में योग का विशेष महत्व है। योगासन का नियमित अभ्यास शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम कर सकता है। आज इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं त्रिकोणासान की जो कमर दर्द में राहत दिलाने के साथ ही कई फायदे पहुंचाता हैं। हम आपको त्रिकोणासन के फायदे और इसे करने का सही तरीका बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं त्रिकोणासान के बारे में…
क्या है त्रिकोणासन
त्रिकोणासन खड़े होकर करने वाला एक महत्वपूर्ण आसन है। ‘त्रिकोण’ का अर्थ होता है, त्रिभुज और आसन का अर्थ योग है। इसका मतलब यह हुआ कि इस आसन में शरीर त्रिकोण की आकृति का हो जाता है, इसीलिए इसका नाम त्रिकोणासन रखा गया है। त्रिकोणासन योग कमर दर्द को कम करने के लिए एक अतिउत्तम योगाभ्यास है। यह मोटापा घटाने के साथ साथ मधुमेह को काबू करने में बड़ी भूमिका निभाता है।
कैसे करते हैं त्रिकोणासन
सबसे पहले पैरों के बीच करीब 3-4 फीट की दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें और जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपने शरीर को दाईं ओर मोड़ें। आपका बायां हाथ एक साथ ऊपर और दाहिने हाथ से फर्श को छुएं। दोनों हाथ एक सीध में होने चाहिए। इस पोजीशन में 15 सेकेंड तक रहें। श्वास लेते हुए वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं। दूसरी तरफ भी यही दोहराएं। आइये जानते हैं त्रिकोणासन के फायदों के बारे में।
पेट की चर्बी कम करने में सहायक
गलत खानपान और कम शारिरिक गतिविधि के कारण पेट की बढ़ती चर्बी आज की तारीख में सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही हैं। ऐसे में पेट की चर्बी कम करने के लिए त्रिकोणासन का अभ्यास बेहद फायदेमंद हो सकता हैं। सही खानपान के साथ अगर त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास किया जाए तो आप आसानी से पेट की बढ़ती चर्बी पर काबू पा सकते हैं।
कमर दर्द से दिलाए राहत
त्रिकोणासन के नियमित अभ्यास से आप कमर दर्द की परेशानी को दूर कर सकते हैं। इस योग के अभ्यास से शरीर को लचीला बनाया जा सकता है। साथ ही यह योग कमर दर्द से राहत देने में असरदार हो सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि सिर्फ त्रिकोणासन करने से कमर दर्द को कम नहीं किया जा सकता है।
पाचन क्रिया सुधारने में सहायक
पाचन तंत्र के लिए भी त्रिकोणासन के फायदे अच्छे हैं। पाचन तंत्र का खराब रहना, शरीर में कई समश्याओं को बढ़ावा देता हैं। पाचन क्रिया में खराबी के कारण भोजन से प्राप्त पोषक तत्व भी शरीर को सही से प्राप्त नहीं हो पाते हैं और पेट की समश्याएं भी बनी रहती हैं। ऐसे में आप त्रिकोणासन के अभ्यास से पाचन क्रिया को दुरूस्त रख सकते हैं और रोगों से शरीर की रक्षा कर सकते हैं।
तनाव और चिंता करे कम
त्रिकोणासन योग नियमित रूप से करने से आप स्ट्रेस और चिंता विकृति को कम कर सकते हैं। दरअसल, यह योग आपकी नींद में सुधार करके आपके मूड को बेहतर कर सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता है। ऐसे में इस योग के नियमित अभ्यास से आप चिंता और तनाव को कम कर सकते हैं।
मेटाबॉलिस्म सुधारने में सहायक
त्रिकोणासन के अभ्यास से मेटाबॉलिस्म भी सही से कार्य करता हैं। मेटाबॉलिस्म के बूस्ट होने से मोटापा कम करने में मदद मिलती हैं और शरीर को रोगों से लडऩे की शक्ति भी प्राप्त होती हैं। बढ़ती उम्र, गलत खानपान और कम शारीरिक गतिविधि के कारण मेटाबॉलिस्म स्लो पडऩे लगता हैं, ऐसे में मेटाबॉलिस्म को बूस्ट करने के लिए योग एक अच्छा जरिया हैं।
मांसपेशियों को करे मजबूत
त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से आप अपनी मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं। इस योग से आपकी मांसपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आसन आपके कूल्हों और जांघ की जकडऩ को कम कर सकता है। साथ ही इस आसन से आपकी बॉडी पोस्चर सही हो सकती है। त्रिकोणासन आपके ट्रंक और थाई मसल्स के लिए काफी अच्छा फिजिकल थेरेपी हो सकता है।
शरीर की ऊर्जा बढ़ाने में सहायक
योग करने का सबसे बड़ा लाभ यह हैं कि इससे शरीर का आलस और ढीलापन दूर होता हैं और शरीर मे ऊर्जा का विकास होता हैं। त्रिकोणासन भी शरीर मे एनर्जी व स्टैमिना बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी हैं, त्रिकोणासन के अभ्यास के बाद आपको इसका अहसास अवश्य देखने को मिलेगा।
फेफड़ों को करे मजबूत
फेफड़ों की मजबूती के लिए त्रिकोणासन लाभकारी होता है। दरअसल, इस योग के अभ्यास में अधिक से अधिक ऑक्सीजन लिया जाता है, जिसमें लंग्स की भी एक्सरसाइज होती है। ऐसे में यह आपके फेफड़ों की मजबूती के बढ़ाता है।
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