September 20, 2024

आयुर्वेद डॉक्टरों ने मांगा एलोपैथी दवा लिखने का अधिकार


देहरादून। आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने सरकार से ऐलोपैथी दवा लिखने का अधिकार मांगा है। दुर्गम और अति दुर्गम में एलोपैथी डॉक्टरों के न होने को देखते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टरों को आपात कालीन दवा लिखने का अधिकार देने की अनुरोध किया गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ हरदेव सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात कर आयुर्वेदिक डॉक्टरों की लम्बित मांगों पर कार्रवाई का अनुरोध किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के दुर्गम और अति दुर्गम क्षेत्रों में एलोपैथी डॉक्टरों की कमी है। जबकि उन स्थानों पर आयुर्वेदिक डॉक्टर तैनात हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों पर आयुर्वेदिक डॉक्टरों को आपात कालीन एलोपैथी दवा लिखने का अधिकार दिया जाए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सरकार ने यह व्यवस्था लागू की है। इसके साथ ही उन्होंने आयुर्वेद विवि में पढ़ा रहे विभाग के 26 डॉक्टरों का तीन महीने से वेतन न दिए जाने पर कहा कि जल्द उनका वेतन दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्थानांतरण में गृह जनपद की अनिवार्यता को समाप्त करने, दिव्यांग व गंभीर रोग से ग्रसित डॉक्टरों को दाम्पत्य नीति के तहत ट्रांसफर से छूट, डीएसीपी को लेकर जल्द शासनादेश करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विभाग की मांगों को लेकर सरकार की ओर से लम्बे समय से कोई निर्णय नहीं लिया गया है जिससे डॉक्टरों में खासी नाराजगी है।