हरीश रावत ने जमीदारी कानून में संशोधन कर पहाडों की जमीनों को बेचने का लगाया आरोप
देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश रावत ने कहा कि असम मंे होने वाले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस परचम लहरायेगी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों से शिक्षित बेरोजगार पूरी तरह से नाराज है। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश जमीदारी कानून में संशोधन कर पहाडों की जमीनों को बेचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में जमीनों को खुर्दबुर्द नहीं होने देंगें।
यहां कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए कहा है कि वन विभाग, उपनल, अतिथि शिक्षक जैसे अभी मामलों में सरकार न तो पुराने नियम लागू कर रही हैं और न नए नियम बना रही हैं। जिससे हजारों यूथ बेरोजगार घूम रहे हैं और प्रदेश सरकार को इनकी कोई चिंता नहीं है और लगातार बेरोजगार आंदोलनरत है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के लिये जो 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की थी उसे प्रदेश सरकार ने समाप्त कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पार्टी के भीतर गुटबाजी पर कहा कि कुछ लोगों के लिये मेरा दिल आज भी धड़कता है। उन्होंने कहा कि भले ही उन्हें पार्टी अनुशासन के नाम पर बाहर कर दिया गया हो। उन्होंने कहा कि कैग की रिपोर्ट पर किसी भी प्रकार की केन्द्र सरकार कार्यवाही नहीं कर पाई और झूठ व कपट कर जनता को गुमराह कर रही है। केन्द्र सरकार का अब तक का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। आने वाले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। राफेल मामले पर उन्होंने केन्द्र सरकार को पूर्ण रूप से दोषी बताया। तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने पर उन्होंने वहां की जनता को शुभकामनायें दी है और कहा कि जनता ने कांग्रेस पर अपना भरोसा जताया है और प्रदेश में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की पांचों सीटों पर जीत दर्ज करेगी। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार के सिख दंगों में दोषी पाये जाने पर वह पूरी तरह से चुप्पी साध गये और कहा कि यहां न्यायालय का सम्मान है।