November 22, 2024

कौसानी में आयोजित हुआ हेम्प मित्र किसान सम्मेलन


बागेश्वर कौसानी । हिमालय मोंक फाउंडेशन द्वारा भोजगड कौसानी में प्रथम हेम्प मित्र किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अनुराधा पाल कहा कि औद्योगिक हेम्प की खेती किसानों के लिए लाभप्रद है। उन्होंने कहा पहाडों में जंगली जानवरों द्वारा फसलों को हानि पहुंचायी जा रही है तथा सिंचार्इ की भी दिक्कतें है, जिससे खेती प्रभावित होती है, इसलिए हेम्प वैकल्पिक खेती के रूप में अपनायी जा सकती है। उन्होंने कहा किसानों को हेम्प की कार्यशालाओं के माध्यम से प्रेरित किया जाए तथा किसानों को उत्साहित होकर हेम्प उत्पादन की ओर बढना होगा, तभी सफलता मिलेगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे देख-परख कर औद्योगिक हेम्प का उत्पादन करें और अपनी आय में वृद्धि करें। उन्होंने कहा कि हिमालय मोंक फाउंडेशन के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि सरकार के रूल-रेगुलेशन के अनुसार हेम्प उत्पादन करें तथा सैटीफाई बीज उपयोग करने का सुझाव दिया, ताकि किसानों को किसी प्रकार की भी परेशानी न हो। उन्होंने संस्था द्वारा हेम्प फसल बीमा व बायबैक करने की सराहना की।

निदेशक हिमालय मोंक फाउंडेशन विमल पंत व हर्ष रेडी ने कहा कि बंजर भूमि का उपयोग हेम्प उत्पादन में कर उसे उपजाऊ बनाया जाएगा तथा हेम्प प्रोसेसिंग यूनिट भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा डोईवाला, फसकोटमाला के साथ ही भोजगड कौसानी में हेम्प पालयट प्रोजेक्ट प्रारंभ कराया गया है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में औद्योगिक हेम्प कपडा, रस्सी, रेशे, साबुन, दवाएं, ईट, वाहन के साथ ही जहाजों के पार्ट व अन्य में उपयोग किया जा रहा है, जो काफी लाभप्रद है। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा किसानों को मुफ्त सैटीफाई हेम्प बीज उपलब्ध कराया जाएगा तथा किसानों को तकनीकि सहायता के साथ ही फसल बीमा भी किया जाएगा व बायबैक की भी गारंटी होगी। 

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा व उपजिलाधिकारी राजकुमार पांडे द्वारा भी संबोधित किया गया। कार्यक्रम में हेम्प को लेकर संवाद करते हुए किसानों की शंकाओं का भी समाधान किया गया।

कार्यक्रम में निदेशक हिमालय मोंक फाउंडेशन विमल पंत, सतीश पांडे, प्रदीप पंत, हर्षवर्द्धन पांडे, सदस्य जिला पंचायत जर्नाजन लोहनी, सुन्दर सिंह मेहरा, पुष्पा कोरंगा, प्रवीण शर्मा सहित अनेक किसान मौजूद थे। संचालन दीपक पाठक द्वारा किया गया।